नावाडीह में मनरेगा मजदूर का दो करोड़ रुपया बकाया
कोरोना काल में प्रदेश से घर लौटे मजदूर के लिए मनरेगा योजना कुछ हद तक सार्थक साबित हो रहा था । वहीं स्थानीय युवकों को रोजगार मुहैया कराने का भी काम कर रही थी । किन्तु इस योजना में काम करने वाले मजदूरों को बीते एक माह से मजदूरी की राशि नहीं मिलने से उनके समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है । लंबे समय से मजदूरी नहीं मिलने के कारण कई मजदूर अब मनरेगा योजना में कार्य करने से परहेज करने लगे है । समय रहते नावाडीह के मनरेगा मजदूरों को काम के एवज में मजदूरी नहीं मिला तो मजदूर मरने को विवश हो जाएंगे । अरगामो के मनरेगा मजदूर तुलू महतो, अनूप लाल महतो, तेजो महतो, निर्मल कुमार महतो, विक्की कुमार चौधरी ने बताया कि वे लोग अरगामो के मिथिलेश चौधरी के जमीन पर मनरेगा से बन रहे कूप में काम करते थे । किन्तु बीते एक माह से मजदूरी नहीं मिलने से उनके परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति बन गई है । नावाडीह में मनरेगा मजदूर का दो करोड़ रुपया बकाया है ।