गढ़वा/ कांडी : मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के तत्वावधान में आम जनों द्वारा आयोजित 24वें मानस महायज्ञ की सोमवार को विधिवत शुरुआत हो गई। सुबह में पंचांग पूजन, मंडप प्रवेश व मंत्र शक्ति से अग्निदेव के प्राकट्य के साथ यज्ञ का शुभारंभ हुआ। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बिना माचिस की तिल्ली जलाए अग्नि के प्राकट्य को देखा। इसी के साथ यज्ञ मंडप की परिक्रमा व श्रीधाम वृंदावन से पधारे श्री हित हरिवंश चंद्रो विजयते मानस व्यास पं. विनोद गौरव शास्त्री व उनकी टोली के द्वारा संगीतमय मानस पाठ शुरू हो गया। मानस के चौपाइयां, दोहे व छंद की सरस व सुरीली प्रस्तुति सुनने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही। वहीं दोपहर में परंपरा के अनुसार प्रथम दिन का प्रवचन सत्र शुरू होने से पहले यज्ञाचार्य पं. श्याम बिहारी वैद्य के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सतबहिनी के संत श्री हरिदास जी व समिति के कार्यकारी अध्यक्ष अरुणोदय सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से फीता काट कर ज्ञान मंच का उद्घाटन किया। श्रीराम कथा से पहले हरिद्वार पांडेय, अरुणोदय सिंह व सुदर्शन तिवारी के द्वारा व्यास पीठ की पूजा की गई। जबकि मोथा रोहतास बिहार से पधारे पं. मुन्ना पाठक के द्वारा प्रवचन सत्र की शुरुआत की गई। उन्होंने हमें निज धर्म पर चलना बताती रोज रामायण, सदा शुभ आचरण करना सिखाती रोज रामायण गाकर लोगों को श्रीराम चरित मानस की महिमा बताई। गुप्तकाशी से आए आचार्य सौरभ कुमार भारद्वाज ने गीतों व भजनों के माध्यम से मानस के संदर्भों की संगीतमय व्याख्या प्रस्तुत की। मालूम हो कि यह मानस महायज्ञ 6 मार्च तक चलेगा। 5 मार्च तक महायज्ञ के सभी कार्यक्रम चलेंगे। पूजन हवन, संगीतमय मानस पाठ, प्रवचन व प्रसाद वितरण चलता रहेगा। जबकि 6 मार्च को महायज्ञ की महापूर्णाहुति, संत विद्वानों की विदाई व महा भंडारा के साथ यज्ञ संपन्न हो जाएगा।