गढ़वा :
लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती के मद्देनजर आज राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर जिला प्रशासन गढ़वा द्वारा "रन फ़ॉर यूनिटी" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सुबह 6.30 बजे के करीब "रन फ़ॉर यूनिटी" का यह कार्यक्रम समाहरणालय गढ़वा से प्रारंभ हुआ एवं रंका मोड़ होते हुए टाउन हॉल गढ़वा के मैदान में सम्पन्न हुआ।
रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम में उपायुक्त शेखर जमुआर संग अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा बिजय कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गढ़वा अवध कुमार यादव, डीएसपी मुख्यालय संतोष कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी आकाश कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजीव रंजन, जिला परिवहन पदाधिकारी धीरज प्रकाश, कार्यपालक दंडाधिकारी विकास कुमार, अंचल अधिकारी गढ़वा कुमार मयंक भूषण, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अमित कुमार केशरी समेत काफी संख्या में पुलिस जवान, स्कूली बच्चों ने दौड़ लगाया।
इस दौरान सभी ने "देश तभी बनेगा महान, जब एकता बनेगी हमारी पहचान, अनेकता में एकता यही भारत की विशेषता, एकता में जो बल है, वह सबसे प्रबल है" जैसे नारे भी लगाकर एकता और शांति का संदेश दिया।*
*वहीं टाउन हॉल मैदान गढ़वा पहुंचने पर उपायुक्त सहित अन्य उपस्थित लोगों ने सरदार बल्लभ भाई पटेल को याद कर उनके तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया एवं उनके बहुमूल्य योगदान को याद किया। साथ हीं राष्ट्रीय एकता का शपथ ग्रहण कर दौड़ का समापन किया गया। उल्लेखनीय है कि देश के पहले उप-प्रधानमंत्री और पहले गृहमंत्री के रूप में सरदार वल्लभभाई पटेल (31 अक्टूबर, 1875 से 15 दिसंबर, 1950) ने आजादी के तुरंत बाद 600 से ज्यादा देशी रियासतों का जिस बुद्धिमत्ता और दृढ़ता से भारत में विलय कराया, वह अपने आप में बड़ी मिसाल है।
बेहद चुनौतीपूर्ण माने जाने के कारण ही इस दुष्कर कार्य को अंजाम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उन्हें दी गई थी, जिसे उन्होंने वीपी मेनन के साथ मिलकर संभाला। इस बड़ी उपलब्धि के कारण उन्हें लौहपुरुष कहा गया। दृढ़ता के अलावा, नेतृत्व क्षमता, वाकपटुता, बुद्धि-चातुर्य, इच्छाशक्ति, कुशल व्यवस्थापक, विनम्रता, व्यावहारिकता आदि उनके ऐसे गुण रहे, जो आज भी हम सभी के लिए बड़ी सीख हैं।