गढ़वा :
भाजपा ने राज्य को पूरी तरह से खोखला बना कर छोड़ दिया था। अब भाजपा के विधायक शेखी बघार रहे हैं। अपने कार्यकाल में उन्होंने कोई काम नहीं किया। अब हेमंत सरकार राज्य में बेहतर विकास कार्य कर रही है तो इन्हें काफी कष्ट हो रहा है। झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे ने मंगलवार को होटल पद्मावती में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर उक्त बातें कही।
श्री दुबे ने कहा कि भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही कहते हैं कि उन्होंने शिलान्यास करना छोड़ दिया है। सच्चाई यह है कि ठेकेदार जब तक पांच प्रतिशत कमीशन नहीं पहुंचाता है तब तक वे शिलान्यास का तारिख नहीं देते हैं। यदि ठेकेदार काम शुरू कर दिया तो वे कार्यकर्ताओं से कम रोकवा देते हैं।
विधायक भानु यह भूल गए कि रघुवर दास ने ही कहा था कि वर्ष 2018 तक गढ़वा में 24 घंटा बिजली देंगे तो गढ़वा में वोट मांगने नहीं आएंगे। लेकिन इस बात की सच्चाई सभी के सामने है । श्री दुबे ने कहा कि राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद ही गढ़वा में बिजली का काम पूरा हुआ। गढ़वा विधायक झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तत्परता व समर्पण से ही आज गढ़वा में बेहतर बिजली मिल रही है। यदि बिजली का काम भाजपाइयों पर छोड़ दिया जाता तो वे आने वाले 10 साल में भी बिजली के तार को मेढ़ना स्थित कोयल नदी पार नहीं करा पाते। श्री दुबे ने कहा कि भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही वाहन चालान पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं जबकि केंद्र की भाजपा सरकार ने हीं 2019 में मोटर अधिनियम में संशोधन करते हुए चालान का राशि बढ़ा दिया था।
पहले हेलमेट का 100 रुपए फाइन किया जाता था, परंतु 2019 में केंद्र की भाजपा सरकार ने उसे 10 गुणा बढ़ाकर एक हजार रुपए कर दिया था। तथा अन्य मामले में भाजपा सरकार ने चालान की राशि पांच हजार रुपए से लेकर 15 हजार रुपए तक बढ़ा दिया है, और आज भाजपा विधायक भानु घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। जनता सब कुछ भली-भांति जानती और समझता है। भवनाथपुर विधायक अपने रघुवर सरकार की कुकृत्यों पर पर्दा डालने का काम कर रहे हैं। 2017 में इन्हीं के कार्यकाल में बालू को लेकर जतपुरा में नरसंहार हुआ और यह मौनी बाबा बने हुए थे. पाचाडूमर सहित अन्य घाटों से रात भर ट्रैकों से बालू की ढुलाई होती थी उसे समय धृतराष्ट्र की भांति इन्हें कुछ नहीं दिखता था. सरकार बदलते ही इन्हें सब बुराइयां दिखने लगी है. 15 वर्ष विधायक रहने के बावजूद भी जिस नौजवानों को संघर्ष का वादा करके यह विधायक बने उन्हें छलावा के अलावा कुछ नहीं प्राप्त हुआ. विधायक भानु प्रताप शाही लूट-खसोट एवं भ्रष्टाचार का किस्सा सिर्फ झारखंड नहीं बल्कि देश स्तर पर मशहूर है, उसी प्रकरण से बचने के लिए वह वाशिंग मशीन रूपी भाजपा में मजबूरन शामिल हुए हैं. मौके पर जिला सचिव मनोज ठाकुर, केंद्रीय सदस्य शरीफ अंसारी, शंभू राम, शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि अशर्फी राम आदि उपस्थित थे।