बरडीहा प्रखंड मुख्यालय स्थित मिडिल स्कूल के समीप सरकारी भवन में लगभग 20 वर्षों से रहते आ रहे दलित परिवार कृष्णा डोम परिवारों के साथ लगभग 20 साल से रहते आ रहें हैं।जिसे 26 अक्टूबर दिन गुरुवार को जबरन घर का ताला तोड़कर सामान को बाहर फेंकवा दिया गया था तथा घर का ताला भी तोड़ दिया गया था। एवं दुसरा ताला बंद कर दिया गया था।जिससे पुरे परिवार पेड़ के निचे रहने पर बिवस हैं।
जिसकी लिखित शिकायत घर के मुखिया कृष्ण डोम के द्वारा बीडीओ सह सीओ निधी रजवार एवं थाना प्रभारी को देकर न्याय की गुहार लगाई गई है। दिए गए आवेदन में लिखा गया है कि वह अपने पूरे परिवार के साथ पंचायत भवन जो खंडहर में तब्दील हो गया था जिसमें वे किसी तरह से अपने पूरे परिवारों के साथ लगभग 20 वर्षों से रहते आ रहे हैं जिसमें 26 अक्टूबर दिन गुरुवार को लगभग दोपहर 1:00 बजे जिपस अर्चना प्रकाश एवं बरडीहा पंचायत के मुखिया पति सह पारा शिक्षक वशिष्ठ पासवान, बरडीहा गांव निवासी नरेश यादव के पुत्र जो होमगार्ड है अवधेश यादव एवं आंगनबाड़ी सेविका पूनम देवी ,बाल गोविंद शाह ,शिवनाथ शाह, राकेश विश्वकर्मा एवं नरेश शाह के द्वारा मेरे घर का बल पूर्वक जबरदस्ती ताला तोड़कर सामान को बाहर फेंक दिया गया, एवं मेरे पूरे परिवार को बाहर निकाल कर मेरे घर में वे सभी अपना ताला बंद कर दिए, जिससे मैं पूरे परिवार को साथ पेड़ के नीचे रहने को बिवश हूं।
इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए बीडीओ सह सीओं निधी रजवार के द्वारा कृष्ण डोम से उनके परिवारों से पूछताछ किया। कृष्णा डोम लगभग एवं परिवार के अन्य सदस्यों के द्वारा बीडीओ को सारी बातें बतायी ।इसके बाद वे जांच का निर्देश अंचल निरीक्षक राजकुमार साहू एवं कर्मचारी को दीं ।जिसे शनिवार को को उक्त दोनों दंडाधिकारी के द्वारा स्थल पर जाकर जांच किया गया,जो बाहर सामान बिखरा पड़ा हुआ पाया गया ,तथा घर में नए ताले लगाए पाए गए। तथा सभी परिवार अभी पेड़ के नीचे ही रहने पर विवश हैं। राजकुमार साहू ने बताया कि को मैडम के निर्देश पर जांच रिपोर्ट कार्रवाई के लिए भेजी जा रही है। इस संबंध में बीडीओ सह सीओं निधी रजवार ने बताई कि जांच का निर्देश दे दिया गया है जांच- रीपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
तथा उन्होंने बताई की किसी का घर में घुसकर ताला तोड़ना और बाहर सामान फेंकना एक कानूनी जुर्म है, ऐसा करनें वालो पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी,तथा उस भुक्तभोगी परिवार को जमीन उपलब्ध कराते हुए बेघर को आवास दीलाई जाएगी। समाचार लिखे जाने तक सभी दलित परिवार पेड़ के निचे परीवारों के साथ शरण लिए हुए हैं। बताते चले की 26 अक्टूबर को दोपहर 1:00 बजे जिपस अर्चना प्रकाश,एवं मुखिया पति वशिष्ठ पासवान, अवधेश यादव,राकेश विश्वकर्मा,सेविका पुनम देवी, शिवनाथ साव ,नरेश साव, एवं बाल गोविंद साव के द्वारा दलित परिवार कृष्णा डोम के सरकारी भवन में रह रहे लगभग एक दर्जन लोगों को घर से बाहर निकाल कर घर का ताला तोड़ कर उसके घर का सारा सामान को बल पूर्वक निर्दयता के साथ घर से बाहर फेंक दिया गया था,एवं घर में ताला बंद कर बेघर कर दिया गया था ।