●सेवा ही लक्ष्य को चरितार्थ कर रही रामगढ़ पुलिस : एसपी
रामगढ़। माता के नवरात्र के मौके पर एक पुलिस जवान ने दामोदर नदी में बहती महिला को बचा कर सेवा के बड़े उदाहरण पेश किया है। वैसे तो पुलिस के कई रूप आए दिन देखने को मिलते हैं।
पुलिस रक्षक बनकर समाज की सेवा में लगे रहते हैं। लेकिन कभी-कभी जीवन रक्षक के रूप में भी हमारे सामने आ जाते हैं। इसी का जीता जागता उदाहरण एक बार फिर झारखंड के रामगढ़ जिले में देखने को मिला।जहां पुलिस के जवानों ने एक महिला की जान बचा लिया है।
जानकारी के मुताबिक दो अक्टूबर को दामोदर नदी तट पर स्थित महात्मा गांधी एवं शास्त्री जी की जयंती मनाई जा रही थी।जहां रामगढ़ के पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडे,डीडीसी नागेंद्र सिन्हा, एसडीओ जावेद हुसैन समेत जिला पुलिस प्रशासन के अन्य आला अधिकारी पुलिस बल तथा स्थानीय लोग भी मौजूद थे।इसी दौरान वहां मौजूद लोगों की नजर दामोदर नदी पर पड़ी जहां एक महिला नदी की तेज धार में बहती नजर आई। यह देख प्रशासनिक अधिकारी और वहां मौजूद लोग दौड़कर दामोदर नदी किनारे पहुंचे। वहां पुलिस बल के जवान व डीडीसी के अंगरक्षक 104 आरक्षी सुधीर कुमार मुक्तिधाम कमेटी के सेवादार गांधीजी तथा एक अन्य व्यक्ति ने अपनी जान की परवाह न करते हुए नदी में छलांग लगा दी। डूबते महिला को नदी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
तत्पश्चात महिला को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा गया। दामोदर नदी में बहती महिला रामगढ़ के बिझार की रहने वाली बताई गई है। उक्त महिला ने अपना नाम पूर्णिमा बताया है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि महिला नदी में डूब कर आत्महत्या करना चाहती थी। लेकिन पुलिस के जवानों ने हिम्मत और बहादुरी दिखाते हुए उसे बचा लिया है। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है।
वही रामगढ़ के एसपी पीयूष पांडेय ने कहा कि सेवा ही लक्ष्य को रामगढ़ पुलिस चरितार्थ कर रही है। दामोदर नदी के तेज बहाव में डूब रही युवती पूर्णिमा को जांबाज़ आरक्षी 104 सुधीर सिंह के द्वारा अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुए बचाया गया है। उन्होंने आरक्षी 104 सुधीर सिंह के किए गए साहसिक कार्य की सराहना करते हुए पुलिस प्रशस्ति पत्र एवं ₹5000 का पुरस्कार देने की घोषणा किया।