■ जिस रक्षासूत्र से महान
शक्तिशाली राजा बलि को बांधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुम्हें बांधता हूं। हे रक्षे (राखी), तुम अडिग रहना। अपने रक्षा के संकल्प से कभी भी विचलित मत होना: सावित्री कुमारी
गोला(रामगढ़)। गोला प्रखंड क्षेत्र में धूमधाम के साथ भाई-बहन के अटूट प्रेम के प्रतीक का त्यौहार रक्षाबंधन धूमधाम से मनाया गया। चूँकि शास्त्र के जानकारों के अनुसार भद्रा गुरुवार रात 8.53 मिनट तक थी तथा उदिया तिथि के अनुसार ज्यादातर लोगों ने शुक्रवार सुबह से ही पर्व को मनाया । हालांकि एक सप्ताह पूर्व से हीं राखियों एवं मिठाइयों का बाजार सज जाती है तथा इसे मनाने वाले अपने सुविधाओं के अनुसार। इसकी खरीदारी कर लेते हैं। पूरे गोला प्रखंड क्षेत्र के गोला, कमता बरियातू, कुम्हरदगा, डीमरा, बरलंगा, मगनपुर, हेमतपुर, बंदा, कोराम्बे हेसापोड़ा, हुप्पु सहित पुरे क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया। इस दिन बहनें अपने भाईयों के कलाई में बतौर रक्षासूत्र राखी बाँधती है तथा मिष्ठान्न भोजन कराती है तथा भाई बहनों को भेंट प्रदान करते हैं। हेमतपुर गांव की बहन सावित्री कुमारी और प्रियंका कुमारी ने बताया कि रक्षा सूत्र बांधते वक्त इस मंत्र का जाप किया जाता है "ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।। जिसका अर्थ हैं "जिस रक्षासूत्र से महान
शक्तिशाली राजा बलि को बांधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुम्हें बांधता हूं। हे रक्षे (राखी), तुम अडिग रहना। अपने रक्षा के संकल्प से कभी भी विचलित मत होना"। बहनें अपने उपर आने वाले किसी भी विपत्ति की रक्षा हेतु भाईयों को राखी बाँधती तथा भाईयों की लम्बी उम्र की कामना करती है। भाइयों ने भी अपनी बहन तथा दूसरों की बहनों का सुरक्षा और सम्मान का वचन दिया।