रामगढ़। वाहन चेकिंग के दौरान तुपुदाना ओपी प्रभारी महिला पुलिस अधिकारी संध्या टोपनो द्वारा लगाए वाहन चेकिंग के दौरान गौतस्करों के द्वारा पिकअप वैन से निर्दयता के साथ कुचल कर मारा जाना झारखंड सरकार की तुष्टिकरण और आदिवासी विरोधी मानसिकता को भी दर्शाता है ।
ये बातें मंगलवार रात्रि को रांची में हुए घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बजरंग दल के रामगढ़ जिला सुरक्षा प्रमुख दीपक मिश्रा ने कही।
साथ ही एक बयान जारी कर उन्होंने मीडिया को बताया कि रांची में रामनवमी के दौरान एक विशेष समुदाय के द्वारा प्रायोजित दंगे रोकने के लिए कड़ाई से कदम उठाने वाले प्रशासनिक अधिकारियों को ही दोषी बताकर उन्हे नोटिस जारी करने और तबादले से अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ा कि गौतश्करी के दौरान उन्होंने एक आदिवासी महिला अधिकारी की निर्ममता के साथ गाड़ी से कुचल कर मार दिया।
दुखद है की झारखंड की सरकार ने एक खास वर्ग को अपना वोटबैंक बनाने के लिए न सिर्फ हिंदुओं के त्योहारों पर विघ्न डालने वालों को बचाते आए है बल्कि अब झारखंड में आदिवासियों के नाम पर बनी सरकार में रूपा तिर्की एवं संध्या टोपनो जैसी आदिवासी महिला पुलिस अधिकारी भी अपने जान से हाथ धो रही है,और इसका पूरा जिम्मेवार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं।
अगर ऐसा हीं रहा तो हम बजरंगदल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता अपनी संस्कृति और पुलिस प्रशासन के समर्थन में सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी जवाबदेही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की होगी।
बालू,कोयला,खनिज की लूट तो कभी मठ में घुसकर साध्वी का बलात्कार तो कभी गौ हत्या कर हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ की खबरें अब झारखंड में आम हो चुकी है,मुख्यमंत्री अपने परिजनों और चापलूस मंत्रिमंडल के साथ मिलकर झारखंड को लूटने में व्यस्त हैं।
अब ऐसा प्रतीत होता है की हराभरा झारखंड में ऐसे अपराध और अपराधियों का विरोध करने पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस लाद कर जेल भेजने के साथ एक खास वर्ग के अपराधियों को सरकार का संरक्षण मिलता है और मंगलवार की घटना भी इसी का परिणाम है।