गिद्दी: परियोजना में कार्यरत सी सी एल कर्मी हेमराज की चिकित्सकों की लापरवाही ने जान ले ली. बुधवार को तड़के दिल का दौरा पड़ने से हेमराज का निधन हो गया, समय रहते सहकर्मियों द्वारा दिल का दौरा पड़ने के बाद उसे गिद्दी हॉस्पिटल पहुंचाया गया. लेकिन इमरजेंसी ड्यूटी में तैनात डॉक्टर अंजु यादव अपने कार्यस्थल पर अनुपस्थित थी, जब मौजूद नर्स ने उन्हें खबर किया तो भी मामले की गंभीरता को जानते हुए भी वे एक घंटे लेट से आई, तब तक मरीज की मृत्यु हो चुकी थी.यदि समय रहते चिकित्सक आ जाती तो मरीज की जान बचाई जा सकती थी.
कोलफील्ड मजदुर यूनियन के क्षेत्रीय सचिव पुरुषोत्तम पांडेय ने कहा कि ऐसी लापरवाही जिसकी वजह से सी सी एल कर्मी हेमराज की जान चली गई, उसे कतई बर्दास्त नही किया जा सकता है .उन्होंने प्रबंधन से उक्त डॉक्टर पर विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है, साथ ही क्षेत्रीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर गोपाल उरांव पर भी समुचित कार्रवाई की मांग की है. श्री पांडेय ने कहा कि जब से श्री उरांव द्वारा क्षेत्रीय चिकित्सा पदाधिकारी की जिम्मेवारी संभाली गयी है,अस्पताल की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.क्यों कि स्वयं एएम्ओ अपने कार्यस्थल से लगभग गायब ही रहते है, ये पद का दुरुपयोग कर सिर्फ कंपनी की गाड़ी का उपयोग निजी कार्य हेतु करते है और कंपनी के स्वीपर का उपयोग अपने आवास की साफ सफाई के लिए करते हैं.जब AMO ही ड्यूटी से गायब रहेंगे तो उनके मातहत भी उनके नक़्शे कदम पर ही चलेंगे. अतः जितने जिम्मेवार डॉक्टर यादव हैं उनसे कहीं ज्यादा जिम्मेवार डॉक्टर उरांव है.श्री पांडेय ने महाप्रबंधक से हॉस्पिटल की दुर्दशा पर ध्यान देते हुए डॉक्टर उरांव और डॉक्टर यादव पर करवाई करने की मांग की है,ताकि गिद्दी हॉस्पिटल में लूट खसोट और संसाधनों के निजी उपयोग से बचाया जा सके।