रामगढ़। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झारखण्ड प्रदेश का चार दिवसीय अभ्यास वर्ग रामगढ़ में आयोजित हुआ है। राधा गोविंद पब्लिक इंटर कॉलेज में इसका उद्घाटन 9 जून को संध्या में हुआ था एवं समापन 12 जून दोपहर तक विधिवत रूप से होना है। आज 10 जून अभ्यास वर्ग का दूसरा दिन जो कि जेठ माह का दशमी तिथि है एवं दोपहर में एकादशी प्रारंभ हो गई।इस एकादशी को व्यास एकादशी, पाण्डव एकादशी, भीम सेनी एकादशी, निर्जला एकादशी इत्यादि के नाम से जाना जाता है। एकादशियों का पुण्य लाभ देने वाली श्रेष्ठ निर्जला एकादशी है।इस पवित्र तिथि पर हम सभी मां छिन्नमस्तिका के पावन भूमि में व्रत के समान, अभ्यास वर्ग में उपस्थित है। जिस प्रकार हम सभी लोग व्रत में अनुशासन निश्चल पवित्रता रखते हैं। ठीक उसी प्रकार इस अभ्यास वर्ग में भी आए हुए सभी कार्यकर्ता अपने आप को व्रत के नियमानुसार रखेंगे।
<span;>आज के पहले सत्र के प्रमुख वक्ता के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने स्वावलंबी भारत पर अपना विषय रखा। विषय के दौरान आशीष चौहान ने कहा कि लंबे समय के अंतराल के बाद आज हम सभी प्रत्यक्ष अभ्यास वर्ग में बड़ी संख्या में उपस्थित हुए हैं।
जब पूरा विश्व विषम परिस्थितियों के दौर से गुजर रहा था।तब संकट के साथ भारत के लोग एक-दूसरे के साथ खड़े होते हैं, यही मानवता की पहचान है।जब संकट आता है तो मनुष्य की शक्ति किसी न किसी रुप में जागृत हो जाती है। आत्मनिर्भरता के रुप में आर्थिक पक्ष बहुत जरुरी है आर्थिक रूप से सशक्त होना एक आयाम है। स्वावलंबी भारत, आत्मनिर्भर भारत, संगठित भारत की हमेशा से ही भारतवर्ष को जरुरत है।
शिक्षा के अंदर स्वरोजगार के लिए भी चर्चा होनी चाहिए। 2020-21 के सत्र में देशभर में 155000 नई कंपनियां खड़ी हुई।वही पिछले 6 महीने में लगभग 104000 नई कंपनियां का सृजन होता है यह एक अपने आप में एक नया कीर्तिमान है। स्टार्टअप इकोसिस्टम में दुनिया का तीसरे स्थान पर अपना भारत हैं। अपने लेबर फोर्स को ट्रेनिंग देने के लिए स्किल इंडिया एक बड़ा आंदोलन साबित हुआ। एक दौर था जब हम पूरे दुनिया में मसालो,सूती वस्त्र इत्यादि को भेजकर वापसी में केवल सोना लिया करते थे।आज भी विश्व के कुल सोना में से 11 प्रतिशत सोना भारतीय महिला धारण करती हैं। हम सभी को इस वर्ग में संकल्प लेकर चलना चाहिए कि हम आने वाले समय में फिर से भारत को सोने की चिड़िया बनायेंगे। वही दूसरे सत्र में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ पूनम सिंह जी ने एक सक्ष्म इकाई विषयपर अपना विचार रखते हुए क अभाविप के 5 क (कार्यकर्ता, कार्यालय, कोश, कार्यक्रम एवं कार्यकारिणी) पर विस्तृत रूप से बताया। वही तीसरे सत्र में क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन जी ने कार्यपद्धती पर अपने विचार रखते हुए कहा की संगठन में कार्यकर्ताओं को क्रिकेट प्लेयर नहीं बल्कि फुटबॉल प्लेयर्स की तरह टीम वर्क का भाव लेकर संगठन के बारे में सोचना चाहिए। इसके अलावा अभ्यास वर्ग में व्यावहारिक प्रशिक्षण एवं कार्यक्रम से कार्य और कार्य से कार्यकर्ता जैसे विषयों पर प्रतिनिधियों को मार्गदर्शन मिलता है।यही मार्गदर्शन प्राप्त कर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्त्ता वर्ष भर शैक्षणिक संस्थानों में जो कि कार्यकर्त्ता कार्य करते है। इसी अभ्यास वर्ग से सीखकर जाते हैं। इस अभ्यास वर्ग में आयोजन समिति व व्यवस्था प्रमुख स्मृति सौरभ है सहित विक्रम राठौड़, गौतम महतो, अंशु पांडे, सुदीप कुमार, अभिषेक पांडे, भूमि सिंह, शिवानी सहित दर्जनों कार्यकर्त्ता व्यवस्था में लगे हुए है।