हज़ारी संवाददाता प्रवीण कुमार की रिपोर्ट-
हज़ारी ।। गोमिया प्रखंड अंतर्गत हजारी पंचायत के स्थानीय विस्थापित संघर्ष मोर्चा द्वारा खुदगड्डा स्थित ओएनजीसी गेट के समक्ष चल रहे धरना प्रदर्शन 10 मार्च को समझौता वार्ता के बाद समाप्त हो गया। मोर्चा के लगभग सभी मांग को मान लिया गया है। वार्ता के बाद गोमिया के पूर्व विधायक योगेन्द्र प्रसाद ने कहा कि ओएनजीसी के आधिकारियों के साथ वार्ता हुई, जिसमें सभी मांगों पर सहमति बन गई है। कुछ बिंदू पर 1 अप्रैल से लागू करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि यदि ओएनजीसी वार्ता के अनुसार काम को समय पर पूरा नहीं करती है तो इससे भी बड़ा आन्दोलन किया जाएगा।
क्या थी मांग
हजारी पंचायत के स्थानीय एवं विस्थापितों को शत प्रतिशत रोजगार एवं इस क्षेत्र के लोगों को शिक्षा, चिकित्सा, बिजली और सड़क सहित अन्य सुविधा देने की मांग शामिल था।
ओएनजीसी के आधिकारियों ने वार्ता में आश्वासन दिया कि इस प्लांट में शत प्रतिशत रोजगार यहां के विस्थापित परिवार एवं स्थानीय बेरोजगारों को देगी, हजारी पंचायत के पानी की सुविधा के लिए 1 अप्रैल से हजारी खुदगड्डा पेयजलापूर्ति योजना का संचालन ओएनजीसी अपने देखरेख में चलाएगी। हजारी पंचायत के सभी सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर सहित अन्य सुविधा मुहैया कराएगी। इस पंचायत क्षेत्र के लिए एक एम्बुलेंस और एक शव वाहन उपलब्ध कराएगी। इसके अलावा अन्य मांग पर वरीय अधिकारीयों से बात करपूरा करने का आश्वासन दिया है। वार्ता में ओएनजीसी के जीएम राजेश पटवे, डीजीएम अमन कांडूलन, जीएम अरुण कुमार मुंडा, सुदीप्तो चक्रवर्ती, लॉरेंस तिग्गा, सुरक्षा पदाधिकरी ललित कांडूलना और सीएसआर के प्रिंस कुमार थे। इसके अलावा मोर्चा की ओर से पूर्व विधायक के अलावा सीटू के रामचन्द्र ठाकुर, बीस सूत्री अध्यक्ष लुदू मांझी, पंचायत के निवर्तमान मुखिया चंद्रदीप पासवान मोर्चा के अध्यक्ष बने गणेश यादव, उपाध्यक्ष तारामणि देवी, प्रमोद कुमार, सचिव राजकुमार प्रजापति, अर्जुन प्रजापति, पूर्व मुखिया बंटी उराव, अमित पासवान, शर्मीली देवी, महानंद, रोशन, राहुल सहित अन्य लोग थे।