करगली संवाददाता संदीप कुमार सिंह का रिपोर्ट-
श्रेया ने भारत सरकार को दिया धन्यवाद
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करगली(बेरमो)। युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसी बेरमो की छात्रा श्रेया कुमारी सकुशल वतन लौट आई है। वतन लौटने के बाद वर्तमान में श्रेया रांची में है। उनके पिता जीवनलाल रजक सीसीएल ढ़ोरी के क्षेत्रीय लेखा कार्यालय में कार्यरत है। यूक्रेन से लौटने पर छात्रा के पिता के चेहरे पर खुशी दिखाई दे रही थी। श्रेया ने यूक्रेन की आंखों देखी स्थिति बयां करते हुए कहा कि वहां की स्थिति भयावह है। वहां डर लग रहा था। भारत सरकार ने सही समय पर सही कदम उठाते हुए सभी छात्रों की सुरक्षा की चिंता की। कम समय में वहां फंसे कई भारतीय छात्रों को निकालकर सुरक्षित घर तक पहुंचाया। वहां अभी भी कई भारतीय छात्र फंसे हैं। मुझे भारत के मोदी सरकार पर पूरा विश्वास है कि सभी छात्रों को सकुशल वतन लेकर आएगी। बताई हम सभी छात्रों को मुंबई और दिल्ली लाया गया उसके बाद राज्य सरकार ने सभी छात्रों को उनके घर पहुंचाने का कार्य किया। कही कि मैं मोदी सरकार को दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं चाहती हूं कि उन्होंने हम सभी का समय रहते जीवन बचाने का कार्य किया। श्रेया के पिता जीवन लाल रजक ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि युद्ध की खबर सुनते ही हम सभी परिजन में डर व्याप्त हो गया। ये सभी पहले कतर के दोहा शहर आई, वहां से फिर नई दिल्ली लाया गया। उन्होंने भारत सरकार को धन्यवाद करते हुए कहा कि संकट की घड़ी में हमारा साथ देते हुए हमारे बच्चे का जीवन बचाया। श्रेया को वापस आने पर परिजनों सहित उनके शुभचिंतकों में खुशी है।
श्रेया एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा है :
श्रेया वहां एमबीबीएस की पढ़ाई करने गई थी। वह एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा है। इसके पूर्व वह ढोरी डीएवी से 10th पास की थी। उसके उपरांत डीएवी रांची से 12th की। 12th करने के बाद मेडिकल की तैयारी हेतु नवंबर 2019 में यूक्रेन गई थी।