खजराना के मशहूर स्कूल संत लोयसिस के स्टाफ शकील खान ने सामाजिक संस्था रहमते मुस्तफ़ा सोशल वेलफेयर ट्रस्ट से लगभग 50,000 रूपये का गबन कर लिया। संस्था के संचालक सैय्यद दानिश ने बताया के शकील खान ने अपनी मजबूरी बताई और कहा के परिवार पर आर्थिक संकट है कोई मदद नहीं कर रहा है, कर्जदार सर पर सवार है ऐसे में मेरे पास आत्महत्या करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। इस मजबूरी को देखते हुए संस्था के संस्थापक सैय्यद दानिश ने कहा के आत्महत्या समस्या का समाधान नहीं तुम्हारी मदद की जायेगी। सैय्यद दानिश ने मैनेजिंग कमिटी से मीटिंग करने के बाद शकील खान को 20,000 रुपये चेक के माध्यम से दिए और कहा के संस्था की सेक्रेटरी नुसरत जहां से बात की जाएगी और उन्हें तुम्हारी मजबूरी बताई जाएगी। सैय्यद दानिश ने मानवता के नाते संस्था की सेक्रेटरी नुसरत जहां से बात की और कहा के आप अपने स्तर से इसकी मदद ज़रूर करें। परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और ये आत्महत्या न कर ले इसका डर है। संस्था की सेक्रेटरी नुसरत जहां ने अपने एकाउंट से शकील खान के एकाउंट पर 30,000 रुपये ट्रांसफर किये और शकील खान को कहा के पैसे जल्द से जल्द वापस कर दिए जाएं क्योंकि कई सामाजिक काम होता रहता है कोई दिक़्क़त नहीं होनी चाहिए। संस्था की सेक्रेटरी नुसरत जहां ने कहा के उन्होंने जानने वाले कई लोगों से क़र्ज़ लेकर शकील खान की मदद की और शकील खान ने कहा के वो हर महीने 5,000 हज़ार कर के संस्था को वापस कर देगा। सैय्यद दानिश ने कहा के जब तय वक़्त पर शकील खान से पैसे वापस करने को कहा गया तो उसने कहा कैसे पैसे मैंने कोई पैसे नहीं लिए और सोशल मीडिया पर संस्था के बारे में उल्टी पुलटी चीज़ें शेयर करने लगा और संस्था को बदनाम करने लगा। सैय्यद दानिश ने बताया के उसके इस तरह रूपये हड़पने से संस्था के कई सामाजिक काम रुक गए और संस्था का एकाउंट फ्रिज हो गया। सैय्यद दानिश ने कई बार शकील खान से संपर्क करने की कोशिश की मगर उसने न0 ब्लॉक कर दिया। सैउयड दानिश ने कहा के खजराना के कई लोगों को भी इस बारे में कहा गया के संस्था के पैसे वापस करवा दिए जाएं मगर कोई भी आगे नहीं आया। उन्होंने कहा के खजराना के पत्रकार क़ासिम बरकाती से भी इस मामले में संपर्क किया गया तो उसने कहा के क्या हमसे पूछकर पैसे दिए थे? सैय्यद दानिश आगे बताते है के जब संत लोयसिस स्कूल के MD सईद खान बरकाती से इस मामले में संपर्क किया गया तो उसने कहा के मैं शकील खान से बात कर पैसे दिलवाऊंगा मगर बाद में सईद खान बरकाती भी अपनी बातों से मुकर गया और कहने लगा के मैने सबका ठिका ले रखा है क्या? सूत्रों से जानकारी मिली के रहमते मुस्तफ़ा सोशल वेलफेयर ट्रस्ट को सोशल मीडिया पर बदनाम करने में संत लोयसिस स्कूल के MD सईद खान बरकाती, कोहराम न्यूज़ के क़ासिम बरकाती, शकील खान, शारिक हुसैन (अलीगढ़) रिज़वान खान (मुम्बई) व सददाम खान (संबल, यूपी) का बड़ा हाथ रहा है। सैय्यद दानिश कहते हैं के ये सब सिर्फ इसलिए किया गया के शकील खान से पैसे वापस न मांगे जाए मगर सैय्यद दानिश कहते हैं के वो सामाजिक कामोँ के पैसे हैं और उसे हर हाल में लौटाना होगा उस पैसे के ज़रिए कई जगह सिलाई केंद्र का काम ठप्प हो गया और कई ज़रूरतमंद लोगों की मदद नहीं हो सकी। संस्था की सेक्रेटरी नुसरत जहां ने बताया के सोशल मीडिया पर उनकी तसवीर वाइरल कर उन्हें अपशब्द तक कहा गया और उनके बारे में गलत धारणा पैदा करवाई गई। उन्होंने कहा के क्या औरतों की कोई इज़्ज़त नहीं? क्या किसी की मदद की जाएगी तो वो इस छिछोरेपन पे उतर जाएगा? सैय्यद दानिश ने बताया के हमारी संस्था देशहित में काम करती है और देश को समर्पित है हम इसके जरिये कई सामाजिक काम कर रहे है और गंगा जमुनी तहज़ीब को ज़िंदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा के शकील खान के इस तरह पैसा गबन करने से संस्था को काफी नुकसान हुआ और संस्था के बहुत सारे काम ठप्प हो गए जिसकी वजह से वो कुछ दिनों के लिए डिप्रेशन में भी चले गए थे। सैय्यद दानिश ने खजराना के अमन पसंद लोगों से अपील की के शकील खान से पैसे वापस करवाने में उनकी मदद करें। उन्होंने कहा के सईद खान बरकाती ने पूरा भरोसा दिया था के पैसे वापस करवाने में वो पूरी मदद करेगा मगर बाद में अपनी बातों से मुकर गया।