टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : बुधवार को रानीगंज के बांसड़ा मोड़ इलाके मे स्थित सेंट्रल इनस्टिटुट आफ माइनिंग एंड फुयेल रिसर्च की प्लाटिनम जयंती के अवसर पर कोयले की गुणवत्ता जांचने के मकसद से बाछारा सेंट्रल इनस्टिटुट आफ माइनिंग फुयेल रिसर्च केंद्र मे दो दिनो के एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। पहले दिन ही भारत के विभिन्न हिस्सों के 170 से ज्यादा लोडिंग साईट सै संगृहीत कोयले के नमुने संग्रह कीया गया। भारत के विभिन्न प्रांतों से आए 33 प्रतिनिधियो ने इस कार्यशाला मे भाग लीया। विशेषज्ञों ने कार्यशाला मे आए लोगों को कोयले की गुणवत्ता की जांच करने और कोयले की ज्वलनशीलता का निर्णय करने को लेकर जानकारी दी।16 मार्च को कोयले के नमुने की जांच के लिए विशेषज्ञ दल ने मगमा के कोयला खदान के नमूने संग्रह कीए। उन्होंने यहां के कोयले की गुणवत्ता और ज्वलनशीलता की जांच की। 33 विशेषज्ञों को सम्मानित कीया गया। विशेषज्ञों ने कार्यशाला के दौरान कोयले की गुणवत्ता को लेकर अपने विचार पेश कीये।