राजद प्रदेश उपाध्यक्ष (अल्पसंख्यक) मो0 ख़ालिद ने 5 दिसम्बर विश्व मृदा दिवस (World Soil Day) पृथ्वी पर मिट्टी के नुकसान के बारे में जागरूकता बढाने के लिए विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है। जनसंख्या विस्तार की वजह से बढ़ रही समस्याओं को उजागर करता है इस वजह से मिट्टी के कटाव को कम करना जरुरी है, ताकि मानव के साथ अन्य जीवों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। मिट्टी का निर्माण विभिन्न अनुपातों में खनिज कार्बनिक पदार्थ और वायु से होती है। मिट्टी भोजन, कपड़े, आश्रय और चिकित्सा सहित चार आवश्यक जीवित कारकों का स्त्रोत है, इस लिए मिट्टी का संरक्षण आवश्यक है। संयुक्त राष्ट्र संघ के 68 वें सत्र में आधिकारिक रूप से 5 दिसम्बर को मृदा दिवस मनाने की घोषणा की गयी। पूरे मानव के साथ पृथ्वी के अन्य प्रानी भी मिट्टी पर आश्रीत हैं ।मिट्टी संरक्षण में कार्यरत संगठनों, वैज्ञानिकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आप सभी से मिट्टी संरक्षण करने का सादर आह्वान करते हैं। मिट्टी कटाव रोकें हमारा अपना भविष्य सवारें।