गोमिया। गोमिया वन विभाग में कार्यरत एक पशुरक्षक की तबीयत बिगड़ने से शुक्रवार को उसकी मौत हो गई जिसके बाद परिजनों ने विभाग से 10 लाख रुपए मुआवजा और नियोजन की मांग के बाद शव के दाह संस्कार पर अड़ गए।
मिली जानकारी के अनुसार गोमिया प्रखंड अंतर्गत तूलबुल गांव के कदम टोला निवासी जगदीश महतो पिछले 25 वर्षों से वन विभाग में केटल वॉचर के रूप में कार्यरत थे। पुत्र राजेश प्रजापति ने बताया बीती शाम 5 बजे ड्यूटी से घर लौटते ही उनकी चेस्ट में तेज पेन शुरू हो गया, देखते देखते तबीयत पूरी तरह बिगड़ गई। चिकित्सक को बुलाने गया लेकिन इलाज का समय वह भी नहीं मिला और देर रात पहुंचे चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शुक्रवार को परिजनों ने वन विभाग के कर्मचारियों को घटनास्थल पर बुलाने व मुआवजे सहित नियोजन की मांग पर अड़ गए। बताया कि जब तक मुआवजे की मांग नहीं मानी जाती तब तक शव का दाह संस्कार नहीं किया जाएगा। सूचनोपरांत तेनुघाट वन क्षेत्र पदाधिकारी जीएल भगत के निर्देशन वन विभाग के कर्मचारियों ने तत्काल दाह संस्कार के नाम पर 10 हजार की आर्थिक मदद दी। वहीं मृतक के आश्रित पुत्र राजेश को उनके पिता के स्थान पर नियोजन की टेलीफोनिक आश्वासन दिया गया।
वनकर्मी के आकस्मिक निधन पर गोमिया विधायक डॉ. लंबोदर महतो, विधायक पुत्र शशि शेखर महतो, देवनारायण प्रजापति, आजसू युवा मोर्चा के सचिव अनिल कुमार, परमानंद प्रजापति ने भी संतप्त परिवार के संवेदना प्रकट किया है।