रांची। झारखण्ड मंत्री परिषद की बैठक में गुरुवार को राज्य सरकार ने मनरेगा में न्यूनतम मजदूरी दर को बढ़ाकर रूपये ₹225 प्रति मानव दिवस करने का निर्णय लिया। अब मनरेगा के तहत कार्य करने वाले प्रति श्रमिकों को ₹194 की जगह 225 रुपये मिलेंगे। मनरेगा में बेहतर काम करते हुए झारखण्ड ने पहले ही पूर्व के सारे मानव दिवस के लक्ष्य को प्राप्त किया है। सरकार कोरोना काल में जरूरतमंदों के लिये मनरेगा को रोजगार का एक उत्तम माध्यम बनाया था। मालूम हो कि मनरेगा योजना प्रारम्भ होने के पश्चात पहली बार झारखण्ड में आठ करोड़ मानव दिवस सृजन का लक्ष्य को पुनरक्षित करते हुए 11.50 करोड़ मानव दिवस किया गया है। इसके विरूद्ध अब तक 10 करोड़ 11 लाख मानव दिवस का सृजन किया जा चुका है। इसके अलावा राज्य सरकार ने जल संरक्षण के क्षेत्र में ‘नीलाम्बर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना’ के तहत अब तक लगभग 2 लाख हेक्टेयर जमीन पर ट्रेंच एवं मेढ़ बंदी का काम पूरा कर लिया है। वहीं बिरसा हरित ग्राम योजना के जरिये 26 हजार एकड़ भूमि में फलदार पौधे भी लगाये जा चुके हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि मनरेगा मजदूरी दर बढ़ाने वाला झारखंड देश का पहला राज्य है।