राजद प्रदेश महासचिव डी0एन0 सिंह ने कहा इस दिन गुलामी के परम्परागत रुपों जैसे मानव तस्करी, यौनशोषण, बालश्रम, जबरदस्ती शादी और सशस्त्र संघर्ष के दौरान बच्चों की सेना में जवरण भर्ती से समवन्धित मुद्दों पर व्यापक विचार विमर्श के साथ सफल परिणाम प्राप्त करने की दिशा में सार्थक कदम उठाने पर जोर दिया जाता है। एक आंकड़े के अनुसार दुनियां भर में करीब 21 मिलियन महिलाओं ,पुरुष और बच्चे गुलामी की जंजीरों में अब भी जकडे हैं। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य आधुनिक गुलामी के अत्याचारों के बारे में जागरूकता बढाना है। हर हजार में 5.5 एंव,चार बच्चे में एक पीडित है। गुलामी उल्मुनल के लिए पूरे विश्व में कार्यरत संगठनों एंव जागरूकता को बढ़ावा देने में लगे लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनके उज्जवल भविष्य के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शुभकामना व्यक्त करते हैं।