चलो माना हुई चोरी तेल की लेकिन अचानक से बस एक दिन पहले ही कैसे?? इतना सारा तेल जमिन निगल गयी या असमान खा गया?किसी ने अभी तक इसपर बिचार करना सही नही समझा।
#लोग सिर्फ यहाँ अन्ध्भक्ती मे लगे हुए है। हमारे गढ़वा जिले का महौल इतना दूषित हो गया है की यहाँ किसी भी राजनीतिक पार्टी तारिफ मे बोलो तो लोग आपको उसी पार्टी के प्रसंसक समझ लेते है। बदहाल गढ़वा के लोग इसपर बिचार करे।
(Anyway)
फिलहाल चोरी का पता लगना बहुत आवस्यक है, क्योंकि चोरी छोटी-मोटी नही है 34000 liter की है और ये कोई छोटी-मोटी धन राशि की नही थी, थी भी लगभग तो 49 लाख रुपयो की।
और आश्चर्य की बात ये है की बिजली बिभाग इस बात पर चुप्पी साधे हुए है।
हम लोगो को इस अन्ध्भक्ती से उपर उठना होगा और देखना होगा की, क्या सही है और क्या गलत, कौन सही है और कौन गलत।
आज सोशल मीडिया पर किसी गढ़वा के बाहर के निवासी ने पोस्ट किया, कुछ लोग बिजली की तारो पर कपड़े सुखा रहे हैं और और निचे लिखा था गढ़वा बिजली। क्या सच मे गढ़वा बिजली बिभाग की यही हैशियत रह गयी है की कोई भी उसका मजाक बना रहा है।
जागो गढ़वा जागो