गंभीर शीघ्रपतन (प्रिमेच्योर इजाकुलेशन) पुरुषों में एक आम यौन समस्या है, जिसमें संभोग के दौरान अपेक्षित समय से पहले ही वीर्य स्खलन हो जाता है। इसे ठीक करने के लिए कई उपाय और उपचार उपलब्ध हैं, जिनका सही तरीके से पालन करके इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
मनोवैज्ञानिक उपाय:
तनाव और चिंता को कम करें: शीघ्रपतन अक्सर मानसिक तनाव या प्रदर्शन की चिंता के कारण होता है। रिलैक्सेशन तकनीक, जैसे गहरी सांस लेना या ध्यान (मेडिटेशन), मददगार हो सकते हैं।
माइंडफुलनेस ट्रेनिंग: अपने यौन अनुभव के दौरान अपने शरीर और भावनाओं पर ध्यान केंद्रित करना सीखें। इससे स्खलन को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
व्यायाम और तकनीक:
किगल व्यायाम: पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए नियमित किगल व्यायाम करना फायदेमंद होता है। यह मांसपेशियां वीर्य स्खलन को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।
स्टार्ट-स्टॉप और स्क्वीज़ तकनीक: यह तकनीकें स्खलन को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। जब स्खलन का अहसास हो, तो रुकें, गहरी सांस लें, और कुछ सेकंड तक आराम करें। इससे उत्तेजना को नियंत्रित किया जा सकता है।
चिकित्सा उपचार:
दवाएं: कुछ डॉक्टर इस समस्या के लिए एंटी-डिप्रेसेंट दवाओं का सुझाव देते हैं, जो स्खलन को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। इसके अलावा, कुछ लोकल एनेस्थेटिक क्रीम या स्प्रे का उपयोग भी सिफारिश किया जाता है, जिससे संवेदनशीलता कम हो जाती है।
थेरपी: यौन चिकित्सा विशेषज्ञ के साथ काउंसलिंग से भी इस समस्या का समाधान हो सकता है। यह थेरपी आपकी मानसिक स्थिति और यौन जीवन को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।
जीवनशैली में बदलाव:
अल्कोहल और धूम्रपान से बचें: अत्यधिक शराब पीने और धूम्रपान करने से शीघ्रपतन की समस्या बढ़ सकती है। इन्हें नियंत्रित करना लाभकारी हो सकता है।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: योग, व्यायाम और संतुलित आहार लेने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, जिससे यौन जीवन भी सुधरता है।
सहयोगी उपचार:
पार्टनर के साथ संवाद: अपने पार्टनर के साथ खुलकर बात करें। अच्छा संवाद यौन संतुष्टि और समझ को बढ़ाता है, जिससे आप दोनों के बीच संतुलन बन सकता है।
सेक्स थेरेपिस्ट से परामर्श लें: अगर समस्या गंभीर है और घरेलू उपचार कारगर नहीं हो रहे हैं, तो एक योग्य सेक्स थेरेपिस्ट से सलाह लें।
शीघ्रपतन का उपचार धीरे-धीरे समय के साथ असर दिखाता है, इसलिए धैर्य बनाए रखें। सही समय पर इलाज और उचित देखभाल से इस समस्या का समाधान संभव है।