गैर-मजरुआ भूमि पर वर्षों से नाला,तथा श्मशान घाट है।
फैक्ट्री के उपर जमीन कब्जा करने का आरोप गलत, झूठ,एवं बेबुनियाद है: प्रबंधक
गोला(रामगढ़)। आये दिन भू-माफियाओं के द्वारा गैर-मजरुआ जमीन को अपने कब्जे में करके लाखों-करोड़ों में बेचने का मामला सामने आते रहता है। भू-माफियाओं की नजर अक्सर गैर-मजरुआ भूमि पर रहती है।इसी तरह का मामला गोला प्रखंड के बनतारा मौजा खाता संख्या 28 प्लॉट नंबर 146 रकवा लगभग 4.46 एकड़ गैर-मजरुआ भूमि पर भू-माफियाओं का नजर गड़ गया है, हेमतपुर गांव के ग्रामीणों ने गुरुवार को महादेव मंडा में एक बैठक कर ग्रामीण झलू महथा एवं दशरथ महथा दर्जनों ग्रामीणों के साथ विरोध करते हुए वनांचल कॉनकास्ट प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री पर आरोप लगाया है कि भू-माफियाओं के मिलीभगत से वनांचल कॉनकास्ट प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री गैर-मजरुआ भूमि को अपने कब्जे में करने का भरपूर प्रयास कर रहा है। उक्त जमीन पर नाला है,जो तिरला डेम से होते हुए गोमती नदी में आकर मिलता है,इस नाला में कई गांवों के बरसात का पानी बहकर गोमती नदी में मिलता है, तिरला डेम का पानी इसी नाला से होकर गोमती नदी में मिलता है।गोमती नदी तट पर वर्षों से श्मशान घाट है जहां लोग शव का अंतिम संस्कार करते है,यदि भूमि पर कब्जा कर लिया गया तो बरसाता का पानी बह कर कहां जायेगा चिंतित विषय है,तथा लोग शव का अंतिम संस्कार करने कहां जायेंगे, क्योंकि नाला के साइड से ही श्मशान घाट जाने का रास्ता है , नदी और नाला के निकट लगे दर्जनों पेड़ों को काट कर जमीन के नीचे दबा दिया गया है,नाला और नदी का कुछ हिस्सा को समतलीकरण किया जा रहा है,इस पर सरकारी विभाग को त्वरित जांच पड़ताल करके दोषियों पर कार्रवाई करना चाहिए। क्योंकि भू-माफियाओं के द्वारा गैर-मजरुआ भूमि पर बालू ,गिटी तथा अन्य सामग्री गिराईं गई है। ग्रामीणों ने बताया कि लिखित शिकायत शुक्रवार को अंचलाधिकारी गोला और उपायुक्त रामगढ़ को दिया जायेगा।इसकी सूचना अंचलाधिकारी गोला समरेश प्रसाद भंडारी को भी दी गई है उन्होंने बताया कि इस संबंध में जानकारी मिली है जांच के लिए भेजा गया है, जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
फैक्ट्री के उपर जमीन कब्जा करने का आरोप गलत, झूठ,एवं बेबुनियाद है: प्रबंधक
इस संबंध में वनांचल कॉनकास्ट प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री के मैनेजर विष्णु कुमार से पुछे जाने पर कहा कि फैक्ट्री के उपर लगाये जा रहे आरोप गलत, झूठ एवं बेबुनियाद है, फैक्ट्री के द्वारा जमीन कब्जा नहीं किया जा रहा है, यह कार्य कौन लोग कर रहे हैं, मुझे पता नहीं है।