गारू प्रखंड के धाँगारटोला पंचायत सचिव अंजुम निशा का लगभग अधिकारिक कार्य उसके पति द्वारा संपन्न होता है. ग्रामीणों नें बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में भी पंचायत सचिव के पति मो. इरशाद और मुखिया प्रभा देवी के पति शिवशंकर सिंह का दबदबा होता है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में महिला सशक्तिकरण के मद्देनज़र मुखिया पद महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया हैं. इसके बावजूद बताते चलें की धाँगारटोला पंचायत सचिव के पति अरशद को गारू प्रखंड कार्यालय के विभिन्न विभाग के टेबल में पत्नी के बदले कार्य करते हुए पाया गया है. ग्रामीण सूरज कुमार, पिंटू कुमार, बेबी देवी, संतोष प्रसाद, गीता देवी आदि की माने तो पंचायत सचिव अंजुम निशा से केवल हस्ताक्षर करवाया जाता है बाकि कार्य उसका पति करते हैं. इधर गारू जिला परिषद सदस्य जीरा देवी नें कहा की ऐसा मामला मेरे संज्ञान में भी आया है. महिलाओं के अधिकार का हनन कतई न्यायोचित नहीं है.
*क्या कहते हैं बीडीओ*
इस सम्बन्ध में गारू प्रखंड के प्रभारी बीडीओ अमरेन डांग नें कहा की मामले की जाँच किया जायेगा. अभी अभी हमें प्रभार मिला है, निर्वाचित मुखिया और सरकारी प्रक्रिया द्वारा चयनित पंचायत सचिव को ही कार्य करना है.