गढ़वा: श्रीबंशीधर नगर पुलिस ने पांच दिनों के अंदर सोनबरसा गांव निवासी मुस्लिम अंसारी हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए हत्या में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायिक हिरासत में गढ़वा जेल भेज दिया है। एसडीपीओ ने बताया कि आरोपियों की निशानदेही आधार पर हत्या में प्रयोग की गई कुल्हाड़ी को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। एसडीपीओ ने आगे बताया कि मुस्लिम अंसारी की हत्या उसकी पत्नी जुलेखा बीबी और उसके दामाद नाजिर अंसारी पिता जमालुद्दीन अंसारी ने कुल्हाड़ी से प्रहार कर किया था।
इस मामले में मृतक के भाई सदीक अंसारी के लिखित आवेदन पर मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।एसडीपीओ ने बताया कि मृतक की पत्नी जुलेखा बीबी को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि उसने अपने दामाद नाजिर अंसारी के साथ मिलकर पूर्व नियोजित प्लान के तहत मुस्लिम अंसारी की कुल्हाड़ियों से मारकर हत्या कर दी गई।
एसडीपीओ ने बताया कि जुलेखा का अपने दामाद नाजिर से दो सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। नाजिर व मुस्लिम बेंगलूरू में एक साथ काम करते थे। जुलेखा भी वहीं रहती थी। प्रेम प्रसंग को और प्रगाढ़ बनाने के लिए जुलेखा ने अपनी बेटी की शादी नाजिर से कर दी।
दामाद और पत्नी में प्रेम-प्रसंग की बात मुस्लिम को पता चल गया और वह इसका विरोध करने लगा। तब जुलेखा ने दामाद के साथ मिलकर मुस्लिम को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। उन्होंने बताया कि बीते 25 मार्च की रात मुस्लिम अंसारी अपने दामाद नाजिर अंसारी व पुत्र आदम अली के साथ बंगलोर से काम कर घर आया था। जुलेखा के अनुसार, मुस्लिम अंसारी अपने दामाद और बेटे को घर छोड़ वापस रेलवे स्टेशन आ गया था। पत्नी को जब पता चला कि वह घर नहीं आया है तब अपने दामाद के साथ मुस्लिम को खोजने निकली और रेलवे स्टेशन से वापस ले जाकर रास्ते में ही नाजिर अंसारी के साथ मिल कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दी।
Source By NN EXPRESS