विस्थापित प्रभावित एकता मंच का धरना प्रदर्शन 30वां दिन जारी रहा आज मंच के द्वारा आवश्यक बैठक हुई जिसमें सीसीएल प्रबंधन के उदासीन रवैया पर रोष प्रकट किया गया ज्ञात हो की विस्थापित प्रभावित एकता मंच के द्वारा दिनांक 12:11:2022 को 7 सूत्री मांग सौंपा गया था और 7 सूत्री मांगों पर एक भी मांग में कोई पहल नहीं किया गया जिसमें 7 सूत्री मांग में एक मांग था 17 घरों का फाइल जिसमें सीसीएल प्रबंधन ने कहा कि 17 घरों का फाइल में 9 घरों का फाइल हेडक्वार्टर भेज दिया गया है लेकिन भेजा हुआ आज एक महीना से पार हो गया है सीसीएल प्रबंधन से पूछने पर सिर्फ छलावा पन मिलते आ रहा है और सीसीएल प्रबंधन की यही छलावा पन से 17 घरों के ग्रामीणों का 6 साल से भी ज्यादा घर तोड़ के हो चला है ऐसी उदासीन रवैया रहा तो और कितना 6 साल भुगतान के लिए रुकना पड़े उसका कोई पता नहीं और इसी मांग में एक मांग था चल रहे माइंस के किनारे घरों डेंजर जोन में है उसका विस्थापन के लिए और रोजगार से संबंधित किसी भी तरह का कोई भी पहल नहीं किया गया लगता है सीसीएल प्रबंधन भू धसान और जान माल जाने का इंतजार में बैठी है। अतः मंच ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन की उदासीन रवैया से इस मामले को लेकर आंदोलनकारी ग्रामीण सीसीएल मुख्य महाप्रबंधक (सीएमडी) से मिलेगी और राज सरकार के भी दरवाजा न्याय के लिए खटखटाएगी।
बैठक में उपस्थित ग्रामीण। पूर्व मुखिया निर्मला उरांव, संतोष रजक, ललन सिंह, हरि प्रजापति, मोनू सिंह, जोगेश्वर राम, साबिर अंसारी, नसीम अख्तर,गंगा बैठा, सोनू प्रजापति, अनवर अंसारी,अनिल प्रसाद, इसराइल अंसारी, शाहिद अंसारी, कलाम रिजवी, विनोद सिंह, फसी अहमद, इत्यादि