बेरमो अनुमंडल में लोहा चोरों की चांदी: नाईट गार्ड को बनाया बंधक बनाकर बंद पड़े कपूर हार्डकोक फैक्ट्री से लाखों रुपए मूल्य के लोहे की चोरी, छूटे गार्ड ने दर्ज कराया मामला
गोमिया। बेरमो अनुमंडल के जगेश्वर बिहार थाना अंतर्गत कुंदा स्थित बंद पड़े हार्डकोक फैक्ट्री से लाखों रुपए मूल्य के लोहे की चोरी हो गई। बेखौफ अपराधियों ने फिल्मी अंदाज में ट्रक से आकर फैक्टरी में तैनात तीन सुरक्षाकर्मियों को हथियार के बल पर बंधक बनाया और सामग्री लूट कर चलते बने।
मिली जानकारी के अनुसार कुंदा में स्थित बंद पड़े कपूर होर्डकोक फैक्टरी में शनिवार की देर रात 20-30 की संख्या में आए हथियार बंध अपराधियों ने आकर लूट पाट की और चलते बने। इस संबंध में फैक्ट्री के नाईट गार्ड कंचन महतो ने जगेश्वर बिहार थाना में लिखित आवेदन देकर मामला दर्ज कराया है।
नाईट गार्ड ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया है कि उसके अलावे फैक्ट्री में दो अन्य क्रमशः गणेश महतो व नन्दकिशोर महतो नाईट गार्ड के रूप में तैनात थे। जब वे सभी फैक्ट्री पहुंचे तो 20-30 लोग पहले से अंदर मौजूद थे। नाईट गार्ड द्वारा लोगों को बाहर निकलने आवाज दी गई तो अंदर मौजूद सभी हथियार से लैश अपराधियों ने तीनों गार्डों को हथियारों का भय दिखाकर व जान से मारने की धमकी देते हुए मोबाइल अपने कब्जे में किया फिर तीनों को बंधक बनाकर हाथ-पैर बांधकर डीजी रूम में कैद के दिया गया। इसके बाद फैक्टरी में घूम-घूम कर जितने भी कीमती लोहे के सामान थे उसे अपने साथ लाए गैस कटर से काटकर ट्रक में लादकर ले गए। जिसमें लोहे का रील, लोहे का स्क्रैप आदि शामिल है। आवेदन में लोहे का करीब 10-12 टन बताया गया है। बताया कि जाते-जाते सुरक्षाकर्मियों का मोबाइल गेट पर छोड़ गए। इस बाबत फैक्ट्री की देखरेख करने वाले कंचन महतो ने बताया कि किसी प्रकार बंधन से मुक्त होकर इसकी सूचना फैक्ट्री के मुंशी प्रमोद कुमार दास को दी गई। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने जगेश्वर बिहार थाना में मामला दर्ज कराया है। फैक्ट्री लगभग तीन साल से बंद है।
बता दें कि इन दिनों लोहा चोरों का गिरोह पूरे बेरमो अनुमंडल क्षेत्र में सक्रिय होकर कभी ओएनजीसी, कभी रेलवे कॉन्ट्रेक्टर, कभी साड़म में बंद पड़े बिजली उत्पादन प्लांट तो कभी सीसीएल आदि संयंत्रों को बराबर निशाना बनाते हुए करोड़ों रुपए का वारा न्यारा कर रहे हैं। वहीं सरकार को करोड़ों के राजस्व की क्षति पहुंच रही है। पुलिस भी चोरों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई करने के बजाए केवल संबंधित थाने में मामला दर्ज कर पल्ला झाड़ने का काम कर रही है।