गोमिया। बेरमो अनुमंडल अंतर्गत गोमिया और आसपास के इलाकों में इन दिनोंअवैध रूप से चल रहे होटल, लॉज और रेस्टुरेंट आम लोगों के लिए मुसीबत बन गए है। न तो इनका पंजीयन है, ना कोई निश्चित मानक दर और न हीं इन्हें खोलने के लिए कोई स्थान सुनश्चिति किया गया है। संचालक राहगीरों व आगंतुकों से मनमानी मोटी रकम की वसूली कर रहे हैं।
धड़ल्ले से दर्जनों होटल, लॉज और रेस्टुरेंट सेंटर चल रहे हैं लेकिन संचालित करने के लिए संस्थान का पंजीयन तक नहीं है। अवैध रूप से चल रहे इन प्रतिष्ठानों पर वाहन खड़े करने के लिए पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था भी नहीं है। ग्रामीण अंचलों में संचालित होटल, लॉज और रेस्टुरेंट सेंटरों में पहुंचने वाले वाले आगंतुकों को लोग समझ नहीं पाते कि यह छात्र-छात्रा हैं, राहगीर हैं या कोई और। ऐसे में यह प्रतिष्ठान स्थानीय ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। खास बात यह है कि कोई भी एक रजिस्ट्रीकृत प्रतिष्ठान संचालक किसी दूसरे जगह अन्य अवैध संस्थान (होटल, लॉज और रेस्टुरेंट) नहीं चला सकता, लेकिन क्षेत्र के संचालक अन्यत्र भी बेधड़क ऐसे प्रतिष्ठानों का संचालन कर रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक क्षेत्र में करीब एक दर्जन से अधिक होटल, लॉज और रेस्टुरेंट संचालित हो रहे हैं। क्षेत्र में केवल दो प्रतिष्ठान वैध रुप से संचालित हैं। बाकी के पास रजस्ट्रिेशन है कि नहीं इसका जवाब विभाग के पास भी नहीं है। नियमानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में बिना रजिस्ट्रेशन, पार्किंग, पर्याप्त जगह एवं मानक दर की व्यवस्था के बगैर संचालक होटल, लॉज और रेस्टुरेंट नहीं चला सकते। लेकिन कार्रवाई नहीं होने के कारण प्रतिष्ठान संचालक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। ऐसे सेंटरों पर आने वाले आगंतुक, राहगीर मुख्य सड़क पर अपना बाइक व चार पहिया वाहन खड़ी कर देते हैं। इससे स्थानीय लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।