पारसनाथ गिरिडीह नई रेल लाइन परियोजना का कार्य प्रारंभ की मांग की
फुसरो(बेरमो)। दिल्ली स्थित रेल भवन में गिरिडीह के पूर्व सांसद रविंद्र कुमार पांडे ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से उनके कार्यालय में मुलाकात किया। इस दौरान उन्होंने गिरिडीह संसदीय क्षेत्र के पारसनाथ से गिरिडीह नई रेल लाइन परियोजना का कार्य प्रारंभ करने सहित झारखंड में रेलवे के विभिन्न परियोजनाओं सहित यात्री सुविधाओं को लेकर मिले। ज्ञातव्य हो कि पूर्व सांसद श्री पांडे ने गिरिडीह के जनता की मांग पर गिरिडीह जिला के लोगों को आवागमन सहित रोजगार व्यवसाय में सुविधा हेतु जैनियों का विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल पार्श्वनाथ टूरिज्म प्लेस के रूप में भी विकसित करने के लिए पारसनाथ-मधुबन- गिरिडीह नई रेल लाइन के निर्माण के लिए पत्राचार किया था। साथ ही लोकसभा में शून्यकाल एवं नियम 377 के तहत उठाया था। जिसके फलस्वरूप भारत सरकार द्वारा पारसनाथ गिरिडीह नई रेल लाइन परियोजना के सर्वे के लिए 43.75 लाख रुपए की स्वीकृति दी गयी थी। जिसके उपरांत 4 मार्च 2019 को इस रेल लाइन परियोजना का भूमि पूजन किया गया था। किंतु वर्तमान तक इस रेल लाइन परियोजना के निर्माण से संबंधित कोई कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। जिसके बाद श्रीपांडे ने इस रेल लाइन परियोजना के शीघ्र कार्य प्रारंभ करने हेतु माननीय रेल मंत्री से मुलाकात कर पत्र के माध्यम से उनका ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने शीघ्र निर्माण हेतु आग्रह किया। इस पर माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने इस संदर्भ में उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द ही इस रेल लाइन परियोजना का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इसके अलावे श्री पांडे ने डीसी ट्रेन के परिचालन को प्रारंभ करने की भी मांग की। उन्होंने गिरिडीह संसदीय क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले रेलवे के विभिन्न स्टेशनों में यात्री सुविधाओं को बढ़ाने, दक्षिण पूर्व रेलवे अंतर्गत खानूडीह स्टेशन के बंद पड़े रेलवे यार्ड को पुनः चालू करने, रांची-आनंद विहार साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन भाया बरकाकाना-गोमो को पुनः चालू करने, खानूडीह स्टेशन पर पूरी-नई दिल्ली नंदन कानन एक्सप्रेस का ठहराव, चंद्रपुरा स्टेशन पर पूरी-नई दिल्ली स्पेशल (पुरुषोत्तम एक्सप्रेस) का पुनः ठहराव, रांची-आरा साप्ताहिक स्पेशल का ठहराव करने, फुलवारटांड़ (फुलारीटांड) स्टेशन पर हटिया- गोरखपुर (मौर्य एक्सप्रेस) का ठहराव करने तथा गोमिया स्टेशन पर कोलकाता-अजमेर स्पेशल का ठहराव करने सहित झारखंड में रेलवे के विभिन्न परियोजनाओं को लेकर उन्होंने विस्तार से चर्चा किया।