कथारा। सीसीएल कथारा महाप्रबंधक कार्यालय सभागार में जीएम के साथ विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति की बैठक समिति के महामंत्री काशीनाथ केवट एवं संयुक्त महामंत्री सूरज महतो के नेतृत्व में बैठक आयोजित की गई। बैठक में कथारा क्षेत्र के विस्थापित बेरोजगारों की समस्या तथा अन्य मुद्दे को लेकर विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान विस्थापितों के लिए (परियोजना प्रभावित व्यक्ति) पैप कार्ड बनाने, विस्थापितों को रोजगार में पहली प्राथमिकता देने, बिजली पानी सुचारु रुप से उपलब्ध कराने, जमीन के बदले नौकरी मुआवजा देने, गोविंदपुर खदान में हैवी ब्लास्टिंग को रोकना एवं कथारा क्षेत्र में दबंगों द्वारा निजी भवन बनाने पर रोक लगाना सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई। जिस पर महाप्रबंधक एमके पंजाबी ने स्थानीय स्तर के समस्याओं के समाधान करने का आश्वासन दिया। जबकि कुछ मुद्दों पर मुख्यालय स्तर पर वार्ता कर समाधान का प्रयास किया जाएगा।
बैठक में प्रदीप यादव ने सीसीएल प्रबंधन से पूछा कि जब कथारा हॉस्पिटल के समीप झारखंड सरकार के द्वारा पानी की टंकी बनाया जाना था तब प्रबंधन ने रोक लगा दी थी, लेकिन उसी के समीप सीसीएल भुमि पर निजी भवन बनाया जा रहा है और वह बन भी गया। ऐसी स्थिति में प्रबंधन रोक क्यों नहीं लगाई? इस पर प्रबंधन की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर समिति की ओर से कहा गया कि अगर जल्द इस पर रोक नहीं लगाई गई तो विस्थापित भी सीसीएल अधिग्रहित भुमि पर निजी निर्माण कार्य शुरु कर देगा।
वहीं इस मौके पर समिति की ओर से उपरोक्त के अलावा दशरथ महतो, मथुरा यादव, प्रदीप यादव, बालेश्वर गोप, दीनदयाल यादव जबकि प्रबंधन की ओर से एसओपी जयंत कुमार, एसओसी सुमन कुमार, जारंगडीह एवं कथारा के परियोजना पदाधिकारी एनके दुबे, उप प्रबंधक सीएसआर चंदन कुमार, उप प्रबंधक कार्मिक गुरुप्रसाद मंडल, प्रशिक्षु सहायक प्रबंधक स्नेहा पटनायक आदि उपस्थित थे।