गोमिया(बोकारो): जंगली हाथियों का आतंक दिन ब दिन बढ़ते जा रहा है। गोमिया प्रखंड अंतर्गत चिड़वा नदी के किनारे हाथियों का झुंड विचरण कर रही थी की गांव का एक व्यक्ति जंगल किसी कार्य से गया और हाथियों का शिकार बना। समाजसेवी मोतीलाल माझी के अनुसार बीते शनिवार को हाथियों का झुंड सुबह दारी दाग में विचरण कर रहा था। इसकी सूचना गोमिया वन विभाग को करीब 11बजे दी गई। अगर वन विभाग के अधिकारी समय पर आते तो ये घटना नही होती। मोतीलाल ने आगे कहा गोमिया वन विभाग से फोन पर बात करने अधिकारियों ने कहा कि गांव वालों को जंगल की तरफ जाने से मना कर दें।
वनचतरा के सीमाना चिडवा नदी के किनारे बगलतवा निवासी प्रसादी गंझू जंगल रोज की तरह
बकरियो के लिए चारा लाने गया था और जंगली हाथियो से सामना होने पर उसकी जान हाथियो ने ले ली।
सूचना मिलते ही गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो मृतक के परिजन से मिलने के लिए गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे एवं झारखंड सरकार और वन विभाग को पूरी तरह से लापरवाह बताते हुए कहा कि इन्हें लोगों के प्रति कोई संवेदना नहीं अगर संवेदना होती तो समय रहते हैं हाथियों को भगाने का काम होता। सरकार को चाहिए कि हाथियों के लिए एक स्पेशल कोरिडोर बनाई जाए ताकि जान माल की सुरक्षा हो सके।