कोनार डैम के सैकड़ो विस्थापित महिला-पुरुषों ने अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर कोनार डैम स्थित डीवीसी कार्यालय के बाहर विशाल जुलूस निकाल जनप्रदर्शन करते हुए आमरण अनशन पर बैठे
गोमिया। दो प्रखंडों क्रमशः गोमिया और विष्णुगढ़ को जोड़ने वाली डीवीसी द्वारा निर्मित कोनार डैम के सैकड़ो विस्थापित महिला-पुरुषों ने अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को कोनार डैम स्थित डीवीसी कार्यालय के बाहर विशाल जुलूस निकालकर जनप्रदर्शन किया। वहीं दोनों प्रखंड से एक एक विस्थापित सोमर सिंह और घनश्याम महतो अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करते हुए धरने पर बैठ गए हैं। इससे पूर्व विस्थापितों ने डीवीसी कार्यालय के बाहर जमकर प्रबंधन विरोधी नारेबाजी भी की।
विस्थापित एवं स्थानीय समन्वय संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष दिनेश्वर मंडल ने कहा कि बार-बार मांग के बावजूद डीवीसी ने विस्थापित गांवों में कोई सुविधा मुहैया नहीं कराया है, अब डीवीसी से आर पार की लड़ाई शुरू हो गई है। हमलोग पिछले 70 वर्षों से विस्थापित हैं। डीवीसी हमेशा हमारी गांवों में पेयजल, सिंचाई, बिजली बिल माफी, शिक्षा सहित अन्य सुविधा मुहैया कराने का आश्वासन देती रही, लेकिन आज तक इस पर कोई पहल नहीं किया। बताया कि मजबूरन सोमवार से हमलोगों को डीवीसी के विरुद्ध आंदोलन पर उतरना पड़ा है। अब जबतक डीवीसी विस्थापित गांवों में उपरोक्त सारी सुविधाएं मुहैया नहीं कराती हमारे दो साथी इसी डीवीसी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे।
बता दें कि कुल कोनार डैम सह डीवीसी संयंत्र के क्षेत्र में कुल 35 विस्थापित गांव हैं और 16 हजार 634 विस्थापित परिवार हैं। उपरोक्त मांगों को लेकर इससे पूर्व बीते 13 दिसम्बर को भी विस्थापितों ने एक आंदोलन किया था और कोनार डैम से हजारीबाग जा रही पेयजल सप्लाई को रोक दिया था जो अभी तक बंद पड़ी है। आज एक बार फिर से विस्थापितों ने विशाल आंदोलन का बिगुल फूंककर डीवीसी को सख्त चेतावनी देते हुए दिनेश्वर मंडल ने कहा है कि अगर डीवीसी प्रबंधन हमारी मांगों विस्थापित गांवों में स्कूली शिक्षा, गांव गांव में मुफ्त पेयजल, सिंचाई व्यवस्था व बिजली आपूर्ति को पूरा नहीं करती है तो जिस प्रकार हजारीबाग का पानी रोक दिया है ठीक उसी तरह से कोनार डैम से डीवीसी के बोकारो थर्मल पॉवर प्लांट के लिए जा रहे पानी को भी रोक दिया जायेगा।