गोमिया। बैंकों के निजीकरण के विरोध जारी हड़ताल के दूसरे दिन बैंक ऑफ इंडिया गोमिया शाखा के बैंककर्मियों ने बैंक परिसर में हड़ताल के समर्थन में बैच लगाकर प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कांफीडरेशन (AIBOC) के बोकारो जिला कमिटी मेंबर अमर कुमार के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार और वित्त मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद किया।
बैंककर्मियों की हड़ताल के कारण बैंकों में कामकाज प्रभावित हुआ। इसके कारण दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आए बैंक ग्राहकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं बैंककर्मी लगातार निजीकरण वापस लेने की मांग कर रहे थे।
एआईबीओसी के जिला मेंबर अमर कुमार ने कहा कि बैंकों का निजीकरण बंद हो। इसके लिए यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले पूरे भारत मे बैंक कर्मचारी हड़ताल पर हैं। बैंकों को प्राइवेट करने की बात सरकार ने की है। धीरे-धीरे सभी बैंक को यदि प्राइवेट बैंक कर दिया जाएगा तो ग्रामीण निम्न तबके के लोग प्राइवेट बैंक में 10 हजार और 20 हजार से खाते खोले पाएंगे। क्या इस स्थिति में भारत का आम आदमी या गरीब दर्जे का व्यक्ति खाता खोल पाएंगे। जैसे कई सवाल खड़े किए।
इस दौरान बैंककर्मियों ने बैंकों का निजीकरण बंद करने और सरकारी बैंकों के सभी उपकरणों को जीवित रखने की मांग की।
मौके पर शाखा प्रबंधक दीपक कुमार, बैंक कर्मी अमर कुमार, विकास भारती, दीपनारायण रजक, शनि कुमार, मथुरा प्रसाद, चंदन पासवान, महेंद्र पासवान, शिवशंकर भगत, विनय कुमार, प्रभात कुमार, रमेश प्रसाद शर्मा आदि उपस्थित थे।