अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों ने वेतन भुगतान को लेकर बेमियादी हड़ताल पर गए, स्वास्थ्य सुविधाएं चरमराई, गोमिया बीडीओ व सीओ के आश्वासन पर स्वास्थ्य कर्मियों ने तोड़ी बेमियादी हड़ताल, सहिया ने सुनाया दुखड़ा कहा: मानदेय भुगतान व पैसे के आभाव में गृहस्थी चलाने के लिए शादी-पार्टी में जूठन धोना पड़ रहा है
गोमिया। गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अनुबंधित मेडिकल कर्मियों, सहिया दीदी, चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों ने सोमवार को मान्यता प्राप्त झारखण्ड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले हड़ताल पर चले गए जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं बाधित हुई। अनुबंधकर्मियों के बेमियादी हड़ताल पर चले जाने से इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर कोरोना जांच व वैक्सीनेशन, सहित अन्य दैनिक इलाज सहित जरूरी कार्यों पर व्यापक असर पड़ा। इस दौरान काफी संख्या में अनुबंध चिकित्सा कर्मी, सहिया दीदी, वैक्सीनेशन के लिए हायर किए गए कर्मचारी व अन्य कर्मी धरना पर बैठकर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते रहे।
इस दौरान हड़ताली स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि कई बड़े त्यौहार बीत गए लेकिन उन्हें छ: माह से न तो वेतन का भुगतान किया गया है, न तो प्रोत्साहन राशि और न हीं पोषाहार राशि का भुगतान किया गया है। बताया कि कई ऐसे भी कर्मचारी है जो किराए के मकान में रहकर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं तंगहाली में उन्हें घर चलाना मुश्किल हो गया है। हर रोज मकान मालिक उन्हें घर से निकालने की धमकियां देता रहता है, राशन दुकानदार उधार देने को तैयार नहीं है जैसी विकट परिस्थितियों का उन्हें सामना करना पड़ रहा है।
छ: माह का बकाया मानदेय व पोषाहार मानदेय भुगतान करने की मांग को लेकर अनुबंधित चिकित्साकर्मियो, दैनिक वेतनभोगी, सहिया दीदी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए हैं। जिसके कारण अस्पताल मे वैक्सीनेशन पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा है। बता दें कि वैक्सीनेशन बढ़ाने को लेकर पिछले दिनों गोमिया प्रखंड कार्यालय में समीक्षा बैठक हुई थी। जिसमें बताया गया था कि गोमिया प्रखंड में अब तक फर्स्ट डोज कुल प्रतिशत का 48 प्रतिशत जबकि सेकंड डोज का 29 प्रतिशत ही वैक्सीनेटेड किया गया है। ऐसे में भी यह हड़ताल काफी मायनों मे अहम है।
हड़ताल की सूचना पर पहुंचे गोमिया बीडीओ व सीओ
-
स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बेमियादी हड़ताल पर जाने व चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था की सूचना पर गोमिया बीडीओ कपिल कुमार, सीओ संदीप अनुराग टोपनो व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जितेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे और हड़ताल समाप्त करने की अपील की। लेकिन अपनी मांगों को लेकर अड़े संघ के स्वास्थ्य कर्मियों ने लिखित रूप से एक सप्ताह के भीतर मानदेय व पोषाहार राशि का भुगतान करने की आश्वासन पर हीं हटने को तैयार हुए। अपने हठ पर अड़े स्वास्थकर्मियों की मांगों को जायज बताते हुए गोमिया बीडीओ कपिल कुमार ने कोविड काल में दिन रात सेवा देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को मानदेय, प्रोत्साहन राशि, पोषाहार राशि का भुगतान एक सप्ताह के अंदर कराने का लिखित आश्वासन दिया है। जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने हड़ताल वापस लिया तब कहीं जाकर स्वास्थ्य सेवाएं पुनः बहाल हो सकी।
क्या है पूरा मामला ?
-
झारखण्ड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण मजूमदार व सचिव बिनेश राम ने संयुक्त रूप से बताया कि कोरोना काल से ही स्वास्थ्य कर्मी अपनी निरंतर सेवा देते आ रहे हैं बावजूद इसके उन्हें कई बड़े त्यौहार गुजर जाने के बाद भी मानदेय, प्रोत्साहन राशि, पोषाहार राशि का भुगतान नहीं किया गया है। बताया कि पदाधिकारियों द्वारा विगत कई दिनों से बैंकिंग संबंधित समस्याओं का हवाला दिया जा रहा है जो न्याय संगत नहीं है। बताया कि गोमिया प्रखंड को छोड़कर जिले के सभी प्रखंडों में उक्त राशि का भुगतान किया जा चुका है परंतु यहां सरकार द्वारा एक माह पूर्व फंड भी भेजा जा चुका है बावजूद इसके उन्हें उनकी मानदेय व सहिया दीदी का पोषाहार राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
सहिया व स्वास्थ्य कर्मियों ने सुनाया अपना दुखड़ा
-
सहिया दीदी सुजाता देवी ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति बिल्कुल दयनीय हो गई है उनका आठ माह से पेमेंट का भुगतान नहीं किया गया है विवश होकर जीवन जीने के लिए उन्हें शादी विवाह जैसे कार्यक्रमों में जूठन धोना पड़ रहा है। बताया कि बीते कार्तिक पूर्णिमा में आयोजित लुगु बुरु घंटा बाड़ी में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने जूठन धोने का काम किया। बताया कि पैसे आने के बावजूद उनको पेमेंट का भुगतान नहीं किया गया।
इसी प्रकार महिला स्वास्थ्यकर्मी कुमकुम कुमारी ने बताया कि भुगतान के अभाव में अनुबंध कर्मचारियों को मकान का किराया भुगतान, बच्चों की स्कूल फीस का भुगतान व राशन की दुकान पर खाद्य सामग्रियों को खरीदने में परेशानी हो रही है।
बेमियादी हड़ताल को मजदूर संगठन सीटू ने भी अपना समर्थन दिया। जिला कमिटी के सदस्य राकेश कुमार ने भी हड़ताल को समर्थन देते हुए उनकी मांगों को जायज ठहराया और मांगें नहीं माने जाने तक हड़ताल में शामिल होने की बात कही। उन्होंने प्रशासन से एक माह से मानदेय रोकने के जिम्मेदार पदाधिकारी पर कार्रवाई सहित अविलंब भुगतान की मांग की कहा कि अगर मांगें नहीं मानी जाती तो आगे भी वे अनुबंध कर्मचारियों के साथ खड़े रहेंगे।
इस दौरान आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता लक्ष्मी नारायण मजूमदार ने किया ने किया जबकि संचालन संघ के सचिव बिनेश राम ने किया।
मौके पर चिकित्सक डॉ. पूर्णेन्दु गोस्वामी, स्वास्थ्य कर्मी गौतम प्रसाद, मनोज सोरेन सहित कई चिकित्सा कर्मी, सहिया दीदी उपस्थित थी।