गोमिया के रिक्शा चालक हरखू की साड़म में रिक्शा खींचने के दौरान मौत, अस्पताल में चिकित्सकों की गैर मौजूदगी के कारण घंटों होता रहा हंगामा, देर से पहुंचे चिकित्सक
गोमिया। गोमिया थाना अंतर्गत गोमिया बस्ती निवासी सह रिक्शा चालक धनेश्वर रवानी उर्फ हरखू की मौत सोमवार को रिक्शा खींचने के दौरान साडम नहर रोड में हो गई। घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रिक्शा चालक हरखू साड़म नहर किनारे से रिक्शा खींचते हुए साड़म की ओंर आ रहा था। इसी क्रम में वह अचानक बीच सड़क में कराहने व तड़पने लगा एकाएक उसके मुंह से झाग आता देख स्थानीय लोगों ने डायल 108 एंबुलेंस को सूचित किया वहीं साड़म के ही किसी रिश्तेदार के द्वारा गोमिया बस्ती स्थित उसके परिजनों को भी घटना जानकारी दी गयी। डायल 108 से तड़पते रिक्शा चालक हरखू को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोमिया लाया गया। जहां देर से पहुंचे चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच कर अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही रिक्शा चालक की मौत हो जाने की बात कही।
इसी दौरान अस्पताल पहुंचे मृत रिक्शा चालक के पुत्र रवि कुमार ने बताया कि उसके पिता रिक्शा चालक का काम करते थे और सुबह रिक्शा लेकर काम पर निकले थे। बताया कि दोपहर में किसी अनजान नंबर से फोन आया कि तुम्हारे पिता साडम के समीप मुख्य सड़क पर अचेत गिरे पड़े हैं। बताया कि जब वे घटनास्थल पहुंचे तो देखा कि रिक्शा पर पान पत्ता लदा पड़ा है लेकिन पिता मौजूद नहीं थे। स्थानीय लोगों से जानकारी मिली 108 एम्बुलेंस से गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भिजवा दिया गया है। वहीं एक ग्रामीण कोपेश्वर यादव ने बताया कि पास-पड़ोस के लोगों से सूचना मिली कि गोमिया बस्ती के एक रिक्शा चालक को गंभीर हालत में गोमिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है अस्पताल पहुंचने पर देखा कि रिक्शा चालक का शव स्ट्रेचर पर पड़ा हैं, और अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं है। बाद में पहुंचे डॉक्टर ने जांच के बाद पिता को मृत घोषित कर दिया है।
घटना की सूचना पाकर अस्पताल पहुंचे ग्रामीण कोपेश्वर यादव ने अस्पताल की लचर व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है। कहा कि अस्पताल में कुल 9 डॉक्टर पदस्थापित हैं। हमलोग को पहुंचे एक घंटा से ज्यादा हो गया, लेकिन एक भी डॉक्टर तत्काल ड्यूटी में मौजूद नहीं है। यह गरीबों का अस्पताल है, बेहतर इलाज पाने की आस में लोग यहां पहुंचते हैं। पूर्व में भी कई बार ऐसा देखा गया है कि मरीज आते हैं लेकिन अस्पताल से डॉक्टर गायब रहते हैं। उन्होंने अस्पताल की व्यवस्था सुदृढ़ करने की बात कही।
वहीं सूचनोपरांत मौके पर पहुंची गोमिया पुलिस अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है।
वहीं चिकित्सकों के मौजूद नहीं रहने व लेट से पहुंचने के कारण पूछे जाने के लिए जब प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जितेंद्र कुमार से जब दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन का कोई जवाब नहीं दिया।