गोमिया। प्यासे ग्रामीणों को पानी से सराबोर करने वाली सरकार की चतरोचट्टी ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना पिछले 24 घंटों से क्षेत्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण खुद सराबोर होकर जलमग्न हो गई। जी हां गोमिया प्रखंड अंतर्गत चतरोचट्टी में कोनार और केकैया नदी संगम स्थल में बनी चतरोचट्टी पेयजलापूर्ति योजना उद्घाटन पूर्व ही गैंगवे सहित इंटेक टावर क्षतिग्रस्त होकर बह गया।
ग्रामीणों ने बताया कि चतरोचट्टी ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना जिससे चतरोचट्टी, बड़की सीधाबारा, हुरलुंग और चिदरी पंचायत में पेयजल आपूर्ति की जानी थी। इसका निर्माण कार्य अंतिम चरण में था बीच-बीच में पेयजलापूर्ति की टेस्टिंग कार्य भी चल रहा था। परंतु उद्घाटन से पूर्व हुए 24 घंटे बारिश के कारण इंटेक वेल बह गया। बताया कि उक्त जलापूर्ति योजना की क्षति के कारण अब पुनः लगभग 50 हजार की आबादी प्रभावित होगी।
इस संबंध में जलापूर्ति योजना में कार्यरत कर्मियों ने बताया कि इंटेक वेल कोनार नदी में बढ़े जल स्तर और पानी के वेग से रेत का कटान शुरू हो गया। बताया कि अहले सुबह तेज आवाज के साथ आधा गैंगवे सहित इंटेक टावर नदी के तेज धार में समा गया। बताया कि गैंगवे एक्सपेंशन जॉइंट से अलग हो गया। परिणामस्वरूप इंटेक में लगे 20 एचपी के दो मोटर, पैनल बोर्ड, 200 डाय के 7 पाइप, गार्टर, सटर गेट सहित टूल्स व एनआर भल्प भी इंटेक वेल के साथ पानी मे समा गया है। बताया कि घटना की सूचना संबंधित विभाग व इंजीनियर को दे दिया गया है।
जांच को पहुंचे विभाग के एसडीओ
पेयजलापूर्ति एवं स्वच्छता प्रमंडल तेनुघाट के सहायक अभियंता शास्त्री साह सूचनोपरांत गोमिया के सुदूरवर्ती चतरोचट्टी पहुंचे और 19 करोड़ की लागत से बने चतरोचट्टी ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना के हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि जलापूर्ति योजना का निर्माण कार्य ठोस व पारदर्शी किया गया है, परंतु बारिश के कारण बढ़ता जलस्तर व पानी के तेज वेग के कारण रेत के कटान के कारण ही चतरोचट्टी ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना के इंटेक वेल और 40 मीटर गैंगवे को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने अनुमानित क्षति लगभग 20-25 लाख के होने का अंदेशा जताया है। बताया कि उक्त घटना में 100 मीटर गैंगवे व इंटेक वेल का निर्माण किया गया था। सैकड़ो पेयजल उपभोक्ताओं को कनेक्शन भी दिया गया है और पिछले कुछ दिनों से पेयजलापूर्ति का ट्रायल भी किया जा रहा था। परंतु बीती रात से ही लगातार हो रही बारिश व तेज जल बहाव के कारण सस्पेंशन जॉइंट से 40 मीटर गैंगवे सहित इंटेक वेल को नुकसान पहुंचा है। शेष सभी निर्माण कार्य सुरक्षित हैं। बताया कि मामले में पुनः दूसरा इंटेक वेल बनाने की प्रक्रिया की जाएगी।