स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: बकरीद के मौके पर केरल के सीएम पिनराई विजयन ने तीन दिन 18, 19 और 20 जुलाई को सारी दुकानें खुलवा दी थीं। मुसलमानों की तुष्टिकरण के लिए विजयन सरकार ने बकरीद पर खरीदारी की छूट दे दी थी। क्योंकि केरल में मुसलमानों की तादाद करीब 27 फीसदी है। केरल के सरकार की इस फैसले से केरल मे फिर से कोरोना ने अपना जबरदस्त शिकंजा कसा। जिसके बाद केरल मे नए और एक्टिव मरीजों के मामले टॉप पर पहुँच गए। इस फैसले के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आवाज उठाई थी और सुप्रीम कोर्ट में अर्जी भी दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने केरल सरकार की इस फैसले पर रोक नहीं लगाई। नतीजा ये है कि केरल में त्योहार पर दी गई छूट कोरोना के नए केस की बाढ़ लेकर आई है। रविवार को केरल में 17466 नए कोरोना केस सामने आए थे। अभी देश में सबसे ज्यादा 1.40 लाख से ज्यादा एक्टिव केस केरल में हैं। मरने वालों की तादाद बढ़कर 16 हजार से ज्यादा हो गई है। अब देखना ये है कि केरल में बढ़ते कोरोना केस के लिए जिम्मेदार मानी जा रही विजयन सरकार के खिलाफ कोई देश की सबसे बड़ी अदालत में गुहार लगाता है या नहीं। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने केरल सरकार के इस फैसले पर रोक नहीं लगाई थी, लेकिन कहा था कि अगर इस छूट से कोरोना के केस बढ़ते हैं, तो आम जनता में से कोई भी इस बारे में फिर अदालत आ सकता है।