गोमिया। गोमिया के चुने शासन (जन प्रतिनिधि) और विकास योजनाओं को देख रहे प्रशासन गोमिया के विकास की बात करते नहीं अघाते, लेकिन यहां कितना विकास हुआ इसकी हकीकत तो यहां के ग्रामीण ही बयां कर सकते हैं। बात तो विकास की होती है पर यहां गोमिया और पलिहारी गुरुडीह के ग्रामीणों को स्वच्छ जल तक मुहैया नहीं है।
गोमिया के स्वांग स्थित नेहरू उच्च विद्यालय स्वांग स्थित फुटबॉल मैदान में सीसीएल सीएसआर मद से बनी डीप बोरिंग सह समर्सिबल सोलर जल मीनार खराब हो गयी है। इसके चलते ग्रामीण कुएं का प्रदूषित पानी पीने को विवश हैं लेकिन यह न तो यहां के चुने शासन को दिखाई पड़ रहा है न तो प्रशासन को ही यह दिखाई नहीं दे रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कई बार सीसीएल के संबंधित विभाग को आवेदन देकर जलमीनार को सही कराने की मांग की जा चुकी है मगर कोई विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। उनकी लापरवाही व गैरजिम्मेदाराना रवैये के चलते गांव के सैकड़ों परिवार के लोग कच्चे कुएं का प्रदूषित पानी पी रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सात माह पूर्व 22 दिसंबर 2020 को गोमिया विधायक डॉ. लंबोदर महतो सहित गोमिया प्रमुख गुलाब चंद्र हांसदा संयुक्त रूप से सीसीएल सीएसआर पदाधिकारी चंदन कुमार मौजूदगी में उद्घाटन किया था। ग्रामीण बताते हैं कि उद्घाटन के दो माह बाद ही उक्त सोलर जल मीनार खराब हो गया परंतु छः माह बीत जाने के बावजूद अभी तक खराब पड़ी जल मीनार की मरम्मत भी नहीं हो सकी है। ग्रामीण बताते हैं कि जल मीनार बनाने वाले संवेदक और सीसीएल के संबंधित विभाग को जनता की परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है। यही हाल कोनार पेयजलापूर्ति योजना और बोकारो पेयजलापूर्ति योजना का भी है। जहां जो किस कारण से खराब हो गया है किसी को कुछ खबर नहीं वह आजीवन खराब ही पड़ा रहेगा।
बाकी भोटवा घरी कहे रहले की- ई त पानिये के मंतरी हय, जे बरसातो में पनियाय देले रहय