स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: पीतल का रथ था। लेकिन चोरों ने चोरी कर ली। पुलिस ने रथ का कुछ हिस्सा बरामद किया लेकिन वह हीरापुर थाने के मलखाना में चला गया। और यही कारण है कि सदियों पुराने मानिकेश्वर मंदिर में कई वर्षों से टिन के रथ में रथ यात्रा मनाई जाती है। इतना ही नहीं, मंदिर की प्रभारी भक्त पूर्णिमा चक्रवर्ती भीख मांगकर इस रथ यात्रा उत्सव को मनाती हैं। यह माणिकेश्वर मंदिर आसनसोल नगर पालिका के अति सीमांत क्षेत्र में दामोदर नदी के तट पर है। माणिकेश्वर मंदिर में श्रावण मास में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु जल चढ़ाने आते हैं। इसके अलावा, इस माणिकेश्वर मंदिर में रथ यात्रा, जन्माष्टमी, दुर्गापूजो सहित विभिन्न उत्सव आयोजित किए जाते हैं। मंदिर की प्रभारी भक्त पूर्णिमा चक्रवर्ती ने कहा कि वह आसपास के गांवों में भीख मांगकर सभी समारोहों और त्योहारों को मानते आ रही हैं।