गोमिया। गोमिया प्रखंड के सुदूरवर्ती चुट्टे पंचायत अंतर्गत बनडीहा स्थित एक खुली जगह पर खेत में दो बैलों की रहस्मय ढ़ंग से मौत हो गई। जिससे भुक्तभोगी किसान मालिक आवक रह गया।
जानकारी के अनुसार चुट्टे पंचायत के पिपराबाद निवासी सह ग्रामीण किसान सीताराम महतो अपने छोटे भाई राजू महतो के साथ अपने-अपने हल बैल को लेकर बनडीहा स्थित अपने खेत में हल चलाने गए थे। कुछ देर हल चलाने के बाद किसान बगल के नदी में मुंह हाथ धोने गया था लौटने पर उन्होने देखा कि घटना स्थल पर हल से बंधे दोनों बैल मृत पड़ा है। बैलों को मृत शरीर को देख किसान सीताराम खुद को नहीं संभाल सका औऱ सदमे में घटना स्थल पर ही मूर्छित होकर गिर पड़ा।
घटना की जानकारी देते हुए किसान के छोटे भाई राजू प्रसाद ने बताया कि हम दोनों भाई कुछ ही दुरी के अंतर में हल चला रहे थे। क्षेत्र ऊंचा नीचा होने के कारण भाई नजर से ओझल था। बताया कि बहुत देर तक जब कोई आवाज नहीं सुनाई दिया तो भाई सीताराम को तो झांक कर देखने का प्रयास किया। देखा कि भाई समेत दोनों बैल जमीन में गिरे पड़े हैं। दौड़कर जब वे वहां पहुंचे तो देखा कि दोनों बैल की मौत हो चुकी थी जबकि भाई अचेतावस्था में गिरा पड़ा है। घटना की सूचना पिपराबाद ग्राम के एवं आस पास के लोगों को दी गई। आनन फानन में सदमे से पीड़ित भाई सीताराम महतो को ग्रामीणों की मदद से इलाज के लिए विष्णुगढ़ के किसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी स्थिति अब खतरे से बाहर है। होश में आने के बाद किसान सीताराम ने पूरा घटनाक्रम छोटे भाई राजू को बताया। जबकि बैल के घटना स्थल पर मरने के बारे में उसके द्वारा भी कोई स्पष्ट जानकारी नही दी जा सकी।
सूचनोपरांत मौके पर पहुंचे मुखिया प्रतिनिधि उपेंद्र प्रसाद ने बताया कि भुक्तभोगी गरीब ग्रामीण किसान परिवार से ताल्लुक रखता है। दोनों बैलों की मौत से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। बताया कि उनके द्वारा प्रखंड प्रशासन से मुआवजे की मांग की गई है।