रिम्स में आउटसोर्स के तहत बहाल कर्मियों का हंगामा अब तक जारी है। इसके विरोध में कर्मियों ने रिम्स परिसर में प्रदर्शन भी किया। लेकिन इस दौरान एजेंसी के साथ हुई वार्ता बेनतीजा रही। कर्मियों का कहना था कि उनकी नियुक्ति कोरोना काल में तीन से छह माह के लिए किया था। पर, ऐसा देखने को नहीं मिला। एक महीने तक काम कराने के बाद उन्हें बिना वेतन के हटा दिया गया। टीएंडएम कंसलटिग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा रिम्स में 858 कर्मियों को बहाल किया गया था। उन्होंने ने बताया कि जिन्होंने 11 मई के बाद ज्वाइन किया है उन्हें हटाए जाने का निर्देश दिया गया है। एक तरफ रिम्स प्रबंधन एजेंसी को वेतन देने की बात करती है तो दूसरी तरफ से एजेंसी वेतन देने से पल्ला झाड़ता है। एजेंसी का कहना है उसे सिर्फ मैनपावर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी थी ना कि कर्मियों को वेतन देने की। वेतन देने की जिम्मेदारी रिम्स प्रबंधन की है। इस ऊहापोह की स्थिति में दिन भर कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते रहे।