टोनी आलम, एएनएम न्यूज़, जामुड़िया : आज एक तरफ पुरी दुनिया विश्व पर्यावरण दिवस मना रहा है पर्यावरण की रक्षा की कसमे खाई जा रही है वही दूसरी ओर कारखाना द्वारा प्रदूषण फैलाए जाने को लेकर जमुड़िया मे हंगामा खड़ा हो गया। जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र के केंदा फांड़ि अन्तर्गत चिचुरिया ग्राम पंचायत इलाके मे चिचुरिया से श्यामला तक के रोड निर्माण के लिए 3 वर्ष पहले कारखाने का निर्माण किया था। स्थानीय लोगों आरोप है कि अग्रीमेंट खत्म होने के बाद भी यहां से गिट्टी एवं पिच का मिश्रण कर दुबराजपुर ले जाया जा रहा है। कारखाने के कारण इलाके मे प्रदुषण फैल रहा है यह आरोप लगाते हुए ग्राम वासियों ने विरोध दिखाया।
ग्राम वासियों के अनुसार यह कारखाना आवासीय इलाके में स्थापित होने के कारण कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी के बीच इस कारखाने से बेहताशा प्रदूषण फैल रहा है। गांव वालो का कहना है कि पहले जब इस क्षेत्र मे सड़क का निर्माण किया जा रहा था तब यहां इस कारखाने को बनाया गया था। पी डब्ल्यू डी द्वारा इस कारखाने के निर्माण का ठेका पाल एंड कंपनी को दिया गया था। ग्रामीणो का कहना है कि यहां जब सड़क का निर्माण किया जा रहा था तो इस कारखाने को यहां बनाया गया था मगर अब जबकि सड़क का निर्माण किया जा चुका है तो अब भी इस कारखाने का यहां क्या काम। इनका कहना है कि अब यहां से दुर्लभपुर, दुबराजपुर जैसे इलाकों मे बनने मे वाली सड़को के लिए भी गिट्टि ले जाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कारखाने के कारण यहां बेताहाशा प्रदुषण फैलता है। साथ ही यहाँ एक सेफ होम भी है जहाँ ऑक्सीजन की कमी से जुझ रहे कोरोना पीड़ितों को रखा जाता है। ऐसे मे अगर यहां यह कारखाना रहा तो कोरोना के मरीज स्वस्थ होने के बजाय अस्वस्थ ना हो जाए। हमारे संवाददाता ने कारखाने के मैंनेजर विश्वनाथ विश्वास से बात की तो उन्होंने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि वह कोई दुसरे देश मे तो व्यापार नही कर रहे हैं। वह दुसरे जिले में व्यवसाय कर रहे हैं ऐसे मे अगर उनका कारखाना यहां है तो इसमे क्या बुराई है। स्थानीय लोगों का साफ कहना है कि जल्द से जल्द इस कारखाने को बंद किया जाए। अगर ऐसा नही किया गया तो वह बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।